होम /न्यूज /education /Success Story: 3 साल की उम्र में हुआ एसिड अटैक, ब्लाइंड स्कूल से दी परीक्षा, टॉपर्स में शामिल है नाम

Success Story: 3 साल की उम्र में हुआ एसिड अटैक, ब्लाइंड स्कूल से दी परीक्षा, टॉपर्स में शामिल है नाम

Success Story: कुछ पड़ोसियों ने 3 साल की कैफी के चेहरे पर एसिड अटैक कर दिया था

Success Story: कुछ पड़ोसियों ने 3 साल की कैफी के चेहरे पर एसिड अटैक कर दिया था

Success Story, Acid Attack Survivor: बोर्ड रिजल्ट जारी होने के बाद से कई मोटिवेशनल स्टोरी सामने आ रही हैं. परेशानियां ह ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली (Success Story, Acid Attack Survivor). हाथ-पैर में जरा भी जलन होने पर हम लोग परेशान हो उठते हैं. लेकिन 3 साल की एक बच्ची ने आंखों में जलन को बर्दाश्त करते हुए अपनी कामयाबी की अनोखी दास्तां लिखी. सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट 2023 (CBSE Board Result 2023) जारी होने के बाद से हर कोई कैफी की तारीफ करते नहीं थक रहा है (Kafi Acid Attack Survivor).

कैफी चंडीगढ़ की रहने वाली हैं. जब वह 3 साल की थीं तो उनके पड़ोस में रहने वाले कुछ दरिंदों ने उन पर एसिड फेंक दिया था. तब वह परिवार सहित हिसार में रहती थीं. इस हमले में कैफी की जान तो बच गई लेकिन उनका चेहरा बुरी तरह से झुलस गया और उनकी आंखों की रोशनी चली गई. लेकिन कैफी न डरीं, न रुकीं, न थकीं. अपने इरादों को मजबूत कर वह पढ़ाई पर फोकस करती रहीं.

कहानी पढ़कर कांप जाएगी रूह
इस दर्दनाक हादसे के बाद कैफी लंबे समय तक हॉस्पिटल में एडमिट रही थीं. उन्होंने चंडीगढ़ के इंस्टीट्यूट ऑफ ब्लाइंड से बोर्ड परीक्षा दी थी. कैफी ने CBSE 10वीं रिजल्ट 2023 में 95.20% मार्क्स हासिल किए हैं. उनके पिता हरियाणा सचिवालय में चपरासी की नौकरी करते हैं. कैफी के संघर्ष में उनके परिवार ने उनका पूरा साथ दिया है (Motivational Story).

सपनों की ऊंची उड़ान
कैफी ने मीडिया इंटरव्यू में बताया कि वह बड़ी होकर आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं (IAS Officer). उनका पसंदीदा विषय भूगोल है. कैफी ने यह भी बताया कि यूट्यूब और गूगल से उन्हें पढ़ाई में काफी मदद मिली. वह अपनी सफलता का पूरा श्रेय माता-पिता से मिले हौसले और टीचर्स के मार्गदर्शन को देती हैं (Kafi Acid Attack Victim Story).

ब्रेल लिपि से की पढ़ाई
कैफी के पड़ोसियों ने आपसी जलन के कारण उस पर तेजाब फेंक दिया था. वह छह साल तक अस्पताल में भर्ती रही थी. लेकिन इस बच्ची ने अपनी पढ़ाई पर उसका असर नहीं पड़ने दिया. तबसे कैफी ब्रेल लिपि से पढ़ाई कर रही हैं. कैफी बहुत होशियार हैं और हिम्मतवाली भी. यह खतरनाक हमला भी उनके हौसले को तोड़ नहीं पाया. उनके माता-पिता को उन पर बहुत गर्व है.

ये भी पढ़ें:
एक साल में कितने IAS Officer चुने जाते हैं? हर राज्य में कितने अफसरों की कमी है?
MBBS की डिग्री, नौकरी के साथ सिविल सर्विस की तैयारी, पहले प्रयास में बनीं IAS

Tags: Acid attack, CBSE board results, Motivational Story, Success Story

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें