होम /न्यूज /मनोरंजन /खेसारी 'दाल' यादव, अजब नाम की गजब कहानी, 1 वजह से गांव वालों ने दिया भोजपुरी कलाकार को नाम, खाने से भी कनेक्शन

खेसारी 'दाल' यादव, अजब नाम की गजब कहानी, 1 वजह से गांव वालों ने दिया भोजपुरी कलाकार को नाम, खाने से भी कनेक्शन

खेसारी लाल यादव के नाम की कहानी है रोचक.(instagram/khesari_yadav)

खेसारी लाल यादव के नाम की कहानी है रोचक.(instagram/khesari_yadav)

Bhojpuri Famous Singer Actor Khesari Lal Yadav's Unique Name Story: भोजपुरी ​मनोरंजन की दुनिया में खेसारी लाल यादव किसी ...अधिक पढ़ें

मुंबई. आपने कई बार यह बात सुनी होगी ‘नाम में क्या रखा है’ लेकिन हर बार शायद ऐसा नहीं होता. कई बार नाम ही बहुत कुछ बना जाता है. ऐसा ही कुछ भोजपुरी दुनिया के फेमस कलाकार ‘खेसारी लाल यादव’ (Khesari Lal Yadav) के नाम के साथ है. भोजपुरी मनोरंजन की दुनिया का यह चर्चित नाम ना सिर्फ अपनी प्रतिभा से लोगों के बीच लोकप्रिय है बल्कि इनके नाम की भी अपनी एक कहानी है.

‘खेसारी लाल यादव’ यह नाम पढ़ने और सुनने में कुछ अटपटा जरूर लगता है लेकिन अब यह नाम लोगों की जुबां पर चढ़ा हुआ है. इस नाम के कई दीवाने हैं और इस शख्स से मिलने के लिए लोगों की लाइन लगी रहती है. लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ​इस फेमस कलाकार का असल नाम यह नहीं है. फिर उन्हें ‘खेसारी’ क्यों कहा जाता है?

बहुत बोलते हैं बचपन से
खेसारी लाल यादव का जन्म सारन जिले, बिहार में 15 मार्च 1986 को हुआ था. खेसारी का पैदाइशी नाम शत्रुघ्न कुमार यादव है. खेसारी का बचपन गरीबी में गुजरा, उनके पिता दिन के समय चने बेचा करते थे और रात को सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी किया करते थे. खेसारी बचपन में मवेशी चराया करते थे और बचपन से ही वे काफी बोलते थे. उनके लगातार बोलने के अंदाज के कारण वे सबके बीच लोकप्रिय थे. वहीं, बिहार में एक दाल होती है, जिसे ‘खेसारी’ कहा जाता है. इस दाल को ​पानी की ज्यादा जरूरत नहीं होती और इसे बहुत आसानी से उगाया जा सकता है. ऐसे में गांव वाले शत्रुघ्न को प्यार से ‘खेसरिया’ बुलाया करते थे.

प्यार के नाम को हमेशा साथ रखा
गांव वाले प्यार से खेसारी पुकारते थे और धीरे धीरे कब यह नाम शत्रुघ्न की असल पहचान बन गया पता ही नहीं चला. सभी खेसारी को इसी नाम से पुकारने लगे थे. खेसारी ने 1996 में थिएटर से अपनी शुरुआत की और फिर धीरे धीरे मनोरंजन की दुनिया में अलग मुकाम हासिल कर लिया. चूंकि लोगों ने प्यार से उनका नाम खेसारी रखा था इसलिए शत्रुघ्न ने इस नाम को नहीं बदला और इसे ही अपनी पहचान बना ली. शायद यही कारण है कि आज भी लोगों का प्यार उनके साथ बना हुआ है.

खेसारी लाल ने मार्च में मचाया धमाल, ‘करिया साड़ी’ से ‘अलंगिया पलंगिया’ तक, ‘नागिन’ को 7 दिन में 13 मिलियन व्यूज

बता दें कि खेसारी दाल, अरहर दाल की ही तरह दिखती है और कई बार इसे अरहर दाल के साथ मिक्स कर दिया जाता है. यह दाल अपने आप में काफी गुणी है और इसके कई फायदे भी हैं. इसे लतारी, तिऊरी, कसार, खिसारी, कसूर, मटरभेद आदि नामों से भी जाना जाता है.

Tags: Bhojpuri actor, Entertainment Special, Khesari lal yadav

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें