होम /न्यूज /मनोरंजन /'Ramayan' की सीता बोलीं- ‘आदिपुरुष उस रामायण से बहुत अलग है जो लोगों के दिल-मन में बसी हुई है'

'Ramayan' की सीता बोलीं- ‘आदिपुरुष उस रामायण से बहुत अलग है जो लोगों के दिल-मन में बसी हुई है'

'आदिपुरुष' में प्रभाष ने लीड रोल निभाया है.

'आदिपुरुष' में प्रभाष ने लीड रोल निभाया है.

फिल्म निर्माता ओम राउत (Om Raut) की रामायण पर आधारित बड़े बजट की फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) सोर्स कॉन्टेंट से बहुत अल ...अधिक पढ़ें

रामायण (Ramayan) पर बनी फिल्म ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) को हिंदू देवी-देवताओं के चित्रण और कम्प्यूटर जनित छवि (सीजीआई) की गुणवत्ता के कारण बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है. ‘आदिपुरुष’ का टीजर पिछले हफ्ते जारी किया गया था. टीवी पर हर रविवार को प्रसारित महाकाव्य को धारावाहिक के रूप में लाखों भारतीय देख चुके हैं जिसमें अभिनेता अरुण गोविल ने भगवान राम, दीपिका चिखलिया ने देवी सीता और सुनील लहरी ने लक्ष्मण की भूमिका निभाई थी.

दिवंगत अभिनेता अरविंद त्रिवेदी ने रावण और दारा सिंह ने हनुमान की भूमिका निभाई थी. दीपिका ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘मैंने टीजर देखा, यह उस ‘रामायण’ से बहुत अलग है जिसे हमने देखा था और मुझे पता है कि भारत के लोग इसके साथ बड़े हुए हैं. निश्चित तौर पर तकनीक का होना शानदार बात है, लेकिन मुझे लगता है कि यह उस युग को नहीं दर्शाती जिसमें वास्तविक रामायण घटित हुई.’

उन्होंने कहा कि आदिपुरुष की दुनिया एलियन (दूसरे ग्रह के प्राणी) की दुनिया है, जिसमें बाहुबली फेम कलाकार प्रभास ने भगवान राम की भूमिका निभाई है. हालांकि दीपिका चिखलिया ने उम्मीद जताई कि आदिपुरुष शानदार फिल्म साबित हो सकती है. फिल्म में राक्षसों के राजा 10 सिर वाले लंकेश की भूमिका को लेकर बहुत आलोचना हो रही है. लंकेश की भूमिका बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान ने निभाई है.

‘आदिपुरुष’ में हिंदू देवों का असामान्य चित्रण
फिल्म निर्माताओं की कई लोगों ने यह कहकर आलोचना की है कि इससे ‘रामायण’ का इस्लामीकरण करने की झलक मिलती है. हनुमान का चित्रण दाढ़ी के साथ बिना मूंछ के किया गया है और उनके वस्त्र चमड़े के हैं, जिसकी आलोचना की जा रही है. हिंदू देवों का असामान्य चित्रण करते हुए भगवान राम को मूंछ के साथ प्रदर्शित किया गया है.

फिल्म के विजुअल इफेक्ट को पचा नहीं पा रहे लोग
सुदेश लहरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘राम और रावण का चित्रण उन्होंने जिस तरह से किया है, वह दर्शकों को पच नहीं रहा है क्योंकि बहुत से लोग समान किरदारों को रामानंद सागर की ‘रामायण’ में देख चुके हैं.’ रामानंद सागर के बेटे मोती सागर को लगता है कि जब एक फिल्म निर्माता रामायण को पर्दे पर प्रस्तुत करता है तो उसे लोगों की भावनाओं का हमेशा ख्याल रखना चाहिए. ‘पीटीआई-भाषा’ से मोती ने कहा, ‘हर व्यक्ति का नजरिया होता है. यह गलत है या सही, इस पर मैं टिप्पणी नहीं करूंगा.’

धार्मिक भावनाओं को आहत करने का लगा आरोप
इस फिल्म के आगे का रास्ता मुश्किलों से भरा दिख रहा है, क्योंकि कई राजनीतिक दल और दक्षिणपंथी समूह फिल्म के टीजर की आलोचना कर चुके हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने फिल्म ‘आदिपुरुष’ के निर्माताओं को चेतावनी दी कि यदि हिंदुओं के धार्मिक पात्रों का चित्रण गलत तरीके से करने वाले दृश्यों को नहीं हटाया गया, तो वह उन्हें कानूनी नोटिस भेजेंगे. टीजर में भगवान राम और रावण के चित्रण पर विश्व हिंदू परिषद ने भी आपत्ति जताते हुए दावा किया है कि यह ‘हिंदू समाज’ का मजाक उड़ाती है. फिल्म के निर्देशक राउत ने कहा कि वह टीजर पर मिली प्रतिक्रिया से ‘आहत’ हुए हैं, लेकिन इससे वह चकित नहीं हैं.

Tags: Adipurush, Saif ali khan

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें