डिंपल कपाड़िया और जैकी श्रॉफ स्टारर 'काश' 4 सिंतबर 1987 में रिलीज हुई थी. (Film Poster)
प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) के निर्देशन में बनी फिल्म ‘काश’ (Kaash) 4 सितंबर 1987 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म के बारे में कहते हैं कि महेश ने फिल्म की कहानी सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के जिंदगी की कहानी है. जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) और डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) ने लीड रोल प्ले किया था. हालांकि जैकी ने अपनी जबरदस्त एक्टिंग से फिल्म को हिट करवाया था लेकिन महेश अपनी इस फिल्म में लीड रोल के लिए विनोद खन्ना (Vinod Khanna) को लेना चाहते थे, लेकिन जैसे ही विनोद ने इस फिल्म की कहानी सुनी उन्होंने फिल्म में काम करने से ही मना कर दिया.
जैकी श्रॉफ की जगह विनोद खन्ना को लेना चाहते थे महेश
इमोशनल ड्रामा पर आधारित फिल्में अक्सर हिट रहती हैं, और डायरेक्टर भी दर्शकों की नब्ज पकड़ते हुए भावनाओं को बखूबी उकेरते हैं. ऐसी ही कला में माहिर हैं महेश भट्ट. जिन्होंने यूं तो बॉलीवुड को कई शानदार फिल्में दी हैं लेकिन उनकी फिल्म ‘काश’ सुपरहिट यादगार फिल्म थी. इस फिल्म की कहानी से लेकर संगीत सब कुछ इतना जबरदस्त था कि दर्शक आज भी भूल नहीं पाए हैं. कहते हैं कि महेश की दिली तमन्ना थी कि विनोद खन्ना को लेकर फिल्म बनाए. कहानी भी तैयार थी, लेकिन जब विनोद को कहानी सुनने के बाद चला कि ये फिल्म सुपर स्टार राजेश खन्ना के जीवन पर है तो उन्होंने काम करने से मना कर दिया था. उन्हें राजेश के किरदार को पर्दे पर निभाना पसंद नहीं आया. ऐसे में महेश ने जैकी श्रॉफ पर दांव खेला जो उस वक्त गंभीर एक्टर नहीं माने जाते थे.
‘काश’ का संगीत है शानदार
‘काश’ फिल्म को संगीत राजेश रोशन ने दिया था. ‘काश’ फिल्म में किशोर कुमार की आवाज में गानों ने लोगों का मन मोह लिया था, लेकिन दुखद यह रहा कि फिल्म रिलीज होने के महीने भर बाद ही दुनिया छोड़ गए थे. खास बात ये है कि इस फिल्म में एक गाने को फेमस कॉमेडी एक्टर महमूद ने भी गाया था. फिल्म के गाने ‘ओ यारा’, ‘बाद मुद्दत के हम तुम मिले,मुड़के देखा तो थे फासले’, ‘तू प्यारों से है प्यारा’ और ‘कोई नहीं ये जाने’, जैसे गाने रिलीज होते ही छा गए थे. महमूद के भाई अनवर ही इस फिल्म के प्रोड्यूसर भी थे.
‘काश’ की कहानी
जैकी श्रॉफ यानी रितेश एक सफल फिल्म एक्टर है जिसने खुद के लिए एक फिल्म को प्रोड्यूस किया और अपना सबकुछ हार गया. असफलता को पचा नहीं पाने की वजह से शराब की लत लग जाती है. रितेश की वाइफ पूजा यानी डिंपल कपाड़िया और सात साल के बेटे रोमी के साथ रईसों वाली जिंदगी बिता रहा था. अब हालत ये हो जाती है कि पूजा घर चलाने के लिए नौकरी करती है. एक दिन पूजा के साथ बदमीजी होती है तो आलोक यानी अनुपम खेर बचाता है. आलोक जब पूजा को उसके घर ड्रॉप कर रहा होता है तो रितेश इसे गलत तरीके से लेता है. दोनों में खूब झगड़ा होता है. रितेश उसे नौकरी और घर में से कोई एक चीज चुनने के लिए कहता है. ऐसे में पूजा अपनी आइडेंटिटी के लिए घर छोड़ देती है. बेटे रोमी की कस्टडी को लेकर विवाद होता है. इसी बीच एक दिन पता चलता है कि बेटे रोमी को ब्रेन ट्यूमर है, जिंदगी के कुछ समय ही बचे हैं. इसके बाद कहानी में ऐसा इमोशन आता है कि सिनेमाघर में बैठा दर्शक भी ‘काश’ कहने को मजबूर हो जाता है.
जैकी श्रॉफ, डिंपल कपाड़िया के अलावा अनुपम खेर और बाल कलाकार मास्टर मकरंद ने शानदार अदाकारी सिल्वर स्क्रीन पर दिखा दर्शकों का दिल जीत लिया था.
.
Tags: Dimple kapadia, Jackie Shroff, Mahesh bhatt, Rajesh khanna, Vinod Khanna
Iga Swiatek wins French Open: इगा स्वियातेक का खिताब बरकरार, तीसरी बार फ्रेंच ओपन पर किया कब्जा, मुचोवा का सपना टूटा
विराट कोहली ने स्मिथ की ली फिरकी, ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज भी रहा शांत, स्टीव ने भी मानी गलती
Pigmentation Remedies: पिगमेंटेशन से हैं परेशान, 5 आसान नुस्खे आएंगे काम, जल्द आ जाएगा चेहरे पर निखार