कंगना रनौत बोलीं- नारीवादियों सुनो तुम जिस स्कूल में पढ़ते हो, हम वहां के प्रिंसिपल रह चुके हैं

कंगना रनौत बताती हैं कि भारतीय फिल्मों में पुरुषों को महिलाओं को परेशान करते हुए चित्रित किया जाता है.
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) बताती हैं कि भारतीय फिल्मों में पुरुषों को महिलाओं को परेशान करते हुए चित्रित किया जाता है. उन्होंने कहा कि फिल्म में महिलाओं को 'तंदूरी चिकन' कहा जा रहा है और यह भारतीय सिनेमा में महिलाओं का 'शर्मनाक' चित्रण है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 21, 2021, 9:40 AM IST
मुंबई. बॉलीवुड में अगर कोई ऐसा स्टार है जो अपनी राय और विचारों को लेकर काफी खुलकर बोला है, तो वह है कंगना रनौत (Kangana Ranaut). ‘धाकड़’ फेम स्टार समाज को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर बात करने से कभी पीछे नहीं हटीं और अपने करियर के शुरुआती दिनों में भी कंगना ने बॉलीवुड में पर्दे पर नारीवाद और महिलाओं के चरित्र पर अपने विचार शेयर किए.
हाल ही में, धाकड़ स्टार ने 2014 के शो ‘सत्यमेव जयते सीजन 3 (Satyamev Jayate Season 3)’ से आमिर खान के साथ की अपनी एक वीडियो क्लिप शेयर की है, जिसमें वे दीपिका पादुकोण और परिणीति चोपड़ा के साथ नजर आ रही हैं. क्लिप में कंगना बड़े पर्दे पर महिलाओं के गलत चित्रण के बारे में बात करती नजर आ रही हैं.
कंगना ने 2014 के आमिर के शो के एक एपिसोड से एक वीडियो को रीट्वीट किया है. क्लिप में कंगना अपने विचारों को साझा करती हुई दिखाई दे रही हैं कि सिनेमा समाज को कैसे प्रभावित करता है? वह विलियम शेक्सपियर के उदाहरण को उद्धृत करते हुए बताती हैं, जिन्होंने सकारात्मक प्रभाव के साथ डार्क स्टोरिज और पात्रों को लिखा था.
कंगना बताती हैं कि भारतीय फिल्मों में दिखाया जाता है कि पुरुषों को महिलाओं को टीज करते हुए चित्रित किया जाता है. उन्होंने कहा कि फिल्म में महिलाओं को 'तंदूरी चिकन' कहा जा रहा है और यह भारतीय सिनेमा में महिलाओं का 'शर्मनाक' चित्रण है.

इसी वीडियो क्लिप में बाद में, आमिर ने दीपिका से उनका दृष्टिकोण पूछा तो पद्मावत फेम एक्ट्रेस ने कहा कि, उन्होंने सुना है कि सिनेमा का समाज पर हमेशा बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है, लेकिन वह 'कभी इसे गंभीरता से नहीं लेता'. अब तक वे इसके बारे में चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भविष्य में, वह शायद अधिक सावधान रहेंगी.
ट्वीट को शेयर करते हुए कंगना ने लिखा है, ‘यह देखिए, कई साल पहले बीस के दशक के शुरुआत से मैं बुलीवुड को फेमिनिज्म की शिक्षा दे रही हूं. आप सभी आने वाली लिबरू नारीवादियों सुनो, तुम जिस स्कूल में पढ़ते हो, हम वहां के प्रिंसिपल रह चुके हैं.’
हाल ही में, धाकड़ स्टार ने 2014 के शो ‘सत्यमेव जयते सीजन 3 (Satyamev Jayate Season 3)’ से आमिर खान के साथ की अपनी एक वीडियो क्लिप शेयर की है, जिसमें वे दीपिका पादुकोण और परिणीति चोपड़ा के साथ नजर आ रही हैं. क्लिप में कंगना बड़े पर्दे पर महिलाओं के गलत चित्रण के बारे में बात करती नजर आ रही हैं.
कंगना ने 2014 के आमिर के शो के एक एपिसोड से एक वीडियो को रीट्वीट किया है. क्लिप में कंगना अपने विचारों को साझा करती हुई दिखाई दे रही हैं कि सिनेमा समाज को कैसे प्रभावित करता है? वह विलियम शेक्सपियर के उदाहरण को उद्धृत करते हुए बताती हैं, जिन्होंने सकारात्मक प्रभाव के साथ डार्क स्टोरिज और पात्रों को लिखा था.
कंगना बताती हैं कि भारतीय फिल्मों में दिखाया जाता है कि पुरुषों को महिलाओं को टीज करते हुए चित्रित किया जाता है. उन्होंने कहा कि फिल्म में महिलाओं को 'तंदूरी चिकन' कहा जा रहा है और यह भारतीय सिनेमा में महिलाओं का 'शर्मनाक' चित्रण है.
Watch this, it is many years ago in my early twenties teaching feminism to Bullywood, listen you all upcoming libru feminists, तुम जिस स्कूल में पढ़ते हो हम वहाँ के प्रिन्सिपल रह चुके हैं ! https://t.co/ZwpPRXwggP
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) February 19, 2021
इसी वीडियो क्लिप में बाद में, आमिर ने दीपिका से उनका दृष्टिकोण पूछा तो पद्मावत फेम एक्ट्रेस ने कहा कि, उन्होंने सुना है कि सिनेमा का समाज पर हमेशा बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है, लेकिन वह 'कभी इसे गंभीरता से नहीं लेता'. अब तक वे इसके बारे में चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भविष्य में, वह शायद अधिक सावधान रहेंगी.
ट्वीट को शेयर करते हुए कंगना ने लिखा है, ‘यह देखिए, कई साल पहले बीस के दशक के शुरुआत से मैं बुलीवुड को फेमिनिज्म की शिक्षा दे रही हूं. आप सभी आने वाली लिबरू नारीवादियों सुनो, तुम जिस स्कूल में पढ़ते हो, हम वहां के प्रिंसिपल रह चुके हैं.’