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पाकिस्तान से आए, देशभक्ति फिल्मों के बने सरताज, बॉलीवुड में कहलाए 'मिस्टर भारत', 1 फिल्म से बर्बाद हो गया करियर

24 जुलाई 1937 को पाकिस्तान के अबोटाबाद में जन्मे मनोज कुमार जब 10 साल के थे तो उनका परिवार दिल्ली आ गया. (फोटो साभार-Instagram@social media)

24 जुलाई 1937 को पाकिस्तान के अबोटाबाद में जन्मे मनोज कुमार जब 10 साल के थे तो उनका परिवार दिल्ली आ गया. (फोटो साभार-Instagram@social media)

बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर मनोज कुमार ने कई शानदार फिल्में दी हैं. एक समय था जब मनोज कुमार ने कई देशभक्ति फिल्में बनाईं. इ ...अधिक पढ़ें

मुंबई. बॉलीवुड में 60 और 70 दशक में अपनी स्मार्टनेस और अभिनय की दम पर पर्दे पर राज करने वाले अभिनेता मनोज कुमार की असल जिंदगी भी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही. पाकिस्तान में जन्मे मनोज कुमार ने बॉलीवुड में रोटी कपड़ा मकान, उपकार, शोर और क्लर्क जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया है. अपने क्यूट चेहरे और मासूम अदाओं को लेकर पहचाने जाने वाले मनोज कुमार ने बॉलीवुड में कई देशभक्ति से भरी फिल्में भी बनाईं हैं.

इन फिल्मों के गीत हमेशा के लिए अमर हो गए. आज भी 15 अगस्त या फिर 26 जनवरी को मनोज कुमार की फिल्मों के गीत बजते सुनाई दे जाते हैं. ‘है प्रीत जहां की रीत सदा’ ‘मेरे देश की धरती सोना उगले’ जैसे कई गाने शामिल हैं. 24 जुलाई 1937 को पाकिस्तान के अबोटाबाद में जन्मे मनोज कुमार जब 10 साल के थे तो उनका परिवार दिल्ली आ गया. विभाजन के कारण भारत आए मनोज कुमार का असली नाम हरिकृष्णा गिरि गोस्वामी है.

देशभक्ति फिल्मों के कारण कहलाए मिस्टर भारत

अपनी देशभक्ति फिल्मों के कारण ही मनोज कुमार को मिस्टर भारत के नाम से पहचाना जाने लगा था. देशभक्ति से सराबोर फिल्में बनाने वाले मनोज कुमार का करियर उनकी एक फिल्म ही ले डूबी. मनोज कुमार ने साल 1987 में कलयुग और रामायण नाम की फिल्म बनाई थी. इसी फिल्म ने मनोज के करियर का अंत कर दिया. मनोज कुमार के फैन्स को ये फिल्म बिल्कुल पसंद नहीं आई. यही फिल्म आगे जाकर मनोज कुमार के करियर की सबसे खराब फिल्म बन गई. विभाजन के बाद भारत आया मनोज कुमार का परिवार दिल्ली के अशोक नगर इलाके में बस गया.

दिल्ली के हिंदू कॉलेज से की पढ़ाई

हिंदू कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद मनोज कुमार ने भी फिल्मों में करियर बनाने का रुख किया. मनोज कुमार ने साल 1957 में पहली बार फैशन नाम की फिल्म में अभिनय किया था. इस फिल्म में मनोज कुमार ने 80 साल के व्यक्ति का किरदार किया. इस किरदार में भी मनोज कुमार ने जान फूंक दी थी. इसके बाद सहारा, पंचायत, चांद, हनीमून और रेशमी रूमाल जैसी कई शानदार फिल्में दी हैं. मनोज कुमार के करियर में टर्निंग प्वाइंट फिल्म रही 1962 में आई हरियाली और रास्ता. इस फिल्म से मनोज कुमार को काफी पहचान मिली.

बॉलीवुड को दीं कई हिट फिल्में

इसके बाद मनोज कुमार ने कई हिट फिल्में ‘वो कौन थी’, ‘गुप्त, गुमनाम’, ‘हिमालय की गोद में’, ‘पत्थर के सनम’, ‘अनीता’ और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ शामिल रहीं. मनोज कुमार ने अपने करियर में कई देशभक्ति से सराबोर फिल्में भी दी हैं. यही कारण है कि मनोज कुमार को मिस्टर भारत का भी नाम दिया गया.  साल 1965 में भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने मनोज कुमार को जवान और किसान पर फिल्म बनाने की सलाह दी. प्रधामंत्री की सलाह पर मनोज कुमार ने उपकार बनाई थी. यह फिल्म काफी पसंद की गई थी. हालांकि कुछ फिल्में फ्लॉप होने के बाद मनोज कुमार के करियर का डाउनफॉल शुरू हो गया.

Tags: Bollywood news, Manoj kumar

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