मसाबा गुप्ता का छलका दर्द बोलीं, 'मां-पापा के अधूरे रिश्ते की वजह से स्कूल में भी सुने तानें'

मसाबा गुप्ता, नीना और विवियन रिचर्ड्स के बेटी हैं.
31 साल की मसाबा गुप्ता (Masaba Gupta) ने एक इंटरव्यू में अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि कैसे उन्हें उनके रंग के लिए और पैरेंट्स के अधूरे रिश्ते को लेकर खूब ताने मिले हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: November 25, 2020, 10:21 AM IST
मुंबई. बॉलीवुड (Bollywood) में 60 की उम्र में वापसी करने वालीं बेहतरीन एक्ट्रेस में से एक नीना गुप्ता (Neena Gupta) की बेटी व जानी मानी फैशन डिजाइनर मसाबा गुप्ता (Masaba Gupta) ने हाल ही में अपनी पर्सनल लाइफ और बचपन में अपनी मां नीना गुप्ता और पापा विवियन रिचर्ड्स (Viv Richards) के अधूरे रिश्ते को लेकर खुलकर बातें कीं. नीना और विवियन का अफेयर खूब चर्चा में रहा था, लेकिन उन्होंने शादी नहीं की थी. 31 साल की मसाबा ने एक इंटरव्यू में अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि कैसे उन्हें उनके रंग के लिए और पैरेंट्स के अधूरे रिश्ते को लेकर खूब ताने मिले हैं.
मसाबा गुप्ता (Masaba Gupta) ने बताया कि कैसे उनके लिए स्कूल और स्कूल के बिल्कुल बाद का समय काफी मुश्किल रहा था. शो मोजो स्टोरी में हुई एक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि स्कूलिंग के दौरान उन्होंने बहुत ताने सुने हैं. उनके रंग और पैरेंट्स के रिश्ते की वजह से लोगों के भद्दे कमेंट्स का सामना करना पड़ता था.
उन्होंने बताया कि स्कूल में ज्यादातर लड़के मुझे गाली देते थे, मुझे उस गाली का मतलब नहीं पता था और घर जाकर मैं अपनी मां से इसके बारे में पूछती थी. जब मैं छोटी थी, तब वह मुझे किताब के जरिए यह समझाती थी. कहती थी इसका मतलब यह होता है और ऐसे कमेंट और पाने के लिए तैयार रहो.
मसाबा ने बताया कि स्कूल में अक्सर लड़के उनकी शॉर्ट्स का मजाक उड़ाते थे. उन्होंने बताया कि स्कूल में मैंने प्रोफेशनल टेनिस खेला था और क्योंकि मैं स्टेट के लिए खेल रही थी तो मुझे क्लास में देर से आने की इजाजत थी. क्लास के लड़के मेरा बैग खोलते थे और मेरा शॉर्ट्स निकालकर इधर उधर फेंक देते थे. वो मेरी शॉर्ट्स का मजाक उड़ाते थे क्योंकि मैं एक बड़ी लड़की थी, वो कहते थे कि मेरे रंग के चलते ये ब्लैक होगी.
मसाबा गुप्ता (Masaba Gupta) ने बताया कि कैसे उनके लिए स्कूल और स्कूल के बिल्कुल बाद का समय काफी मुश्किल रहा था. शो मोजो स्टोरी में हुई एक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि स्कूलिंग के दौरान उन्होंने बहुत ताने सुने हैं. उनके रंग और पैरेंट्स के रिश्ते की वजह से लोगों के भद्दे कमेंट्स का सामना करना पड़ता था.
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उन्होंने बताया कि स्कूल में ज्यादातर लड़के मुझे गाली देते थे, मुझे उस गाली का मतलब नहीं पता था और घर जाकर मैं अपनी मां से इसके बारे में पूछती थी. जब मैं छोटी थी, तब वह मुझे किताब के जरिए यह समझाती थी. कहती थी इसका मतलब यह होता है और ऐसे कमेंट और पाने के लिए तैयार रहो.
मसाबा ने बताया कि स्कूल में अक्सर लड़के उनकी शॉर्ट्स का मजाक उड़ाते थे. उन्होंने बताया कि स्कूल में मैंने प्रोफेशनल टेनिस खेला था और क्योंकि मैं स्टेट के लिए खेल रही थी तो मुझे क्लास में देर से आने की इजाजत थी. क्लास के लड़के मेरा बैग खोलते थे और मेरा शॉर्ट्स निकालकर इधर उधर फेंक देते थे. वो मेरी शॉर्ट्स का मजाक उड़ाते थे क्योंकि मैं एक बड़ी लड़की थी, वो कहते थे कि मेरे रंग के चलते ये ब्लैक होगी.