मैं ब्राह्मण नहीं हूं...सफाई के बाद ऋचा चड्ढा ने ट्रोल्स को फिर दिया मुंहतोड़ जवाब, फिल्म को लेकर हो रहा विवाद

ऋचा चड्ढा (Photo Credit- @therichachadha/Instagram)
ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) ने फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' (Madame Chief Minister) में उनके किरदार को लेकर हो रहे विवाद पर जवाब दिया है. इससे पहल भी उन्होंने इस माले पर सफाई दी थी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 7:08 PM IST
मुंबई. इन दिनों बॉलीवुड की कई फिल्मों को लेकर जबरदस्त चर्चाएं हैं. वहीं इस बीच ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) की फिल्म 'मैडम चीफ मिनिस्टर' (Madame Chief Minister) सुर्खियों में आ गई है. इस फिल्म के एक सीन को लेकर ऋचा चड्ढा पर गंभीर आरोप लग रहे थे. बीते दिनों एक शख्स ने उन पर आरोप लगाया कि उन्होंने दलित एक्टर्स को मेरिटलेस कहा था. ट्वीट में लिखा गया था, 'ऋचा चड्ढा ने कहा कि दलित एक्टर मेरिटलेस हैं. ऋचा चड्ढा ने अम्बेडकर की फोटो लगी टी-शर्ट सिर्फ अम्बेडकर को बेचने के लिए पहनी थी. वहीं उस वक्त भी ऋचा ने इस शख्स को सफाई दी थी. वहीं अब फिल्म रिलीज के बाद भी उन्होंने ट्रोल्स को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
ऋचा चड्ढा ने कुछ समय पहले एक शख्स को जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा था- 'ऐसा मैंने कभी, कहीं नहीं कहा। ये शर्मनाक झूठ है। अम्बेडकर मेरे भी icon हैं, उनकी T shirt पहनना, मेरा भी अधिकार है।और मैं ब्राह्मण नहीं हूं,जान लें।#Liar'. वहीं इसके बाद फिल्म रिलीज के बाद आज भी ऋचा ने लगातार मिल रहे भद्दे कमेंट्स कर रहे ट्रोल्स को जवाब दिया है. उन्होंने पोस्ट शेयर किया है.
ऋचा चड्ढा ने इस पोस्ट में लिखा- 'फिल्म आज पूरे देश और विदेशों में रिलीज हुई है. अभी भी मुझे अपने बारें में बहुत गुस्से से भरे ट्वीट थ्रेड पढ़ने को मिल रहे हैं (फिल्म के बारे में नहीं, किसी ने अभी तक देखी नहीं). कुछ लोग सिर्फ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं और ये ठीक है'.
(Credit- @therichachadha/Instagram)
'मैं सुन रही हूं और सीख रही हूं, जैसे कि में मैं 2-3 से साल से कोशिश कर रही हूं. यहां पर प्रदर्शन बहस पर मेरे विचार हैं, मेरे सीमित और आत्म प्रशंसा विशेषाधिकार वाली समझ से. लोगों का गुस्सा बिल्कुल समझने लायक है खासकर पोस्टर को लेकर. मुझे समझ आता है, मैं गुस्से को समझती हूं. लेकिन गुस्से के बारे में जो बात अक्सर होती है, वो इस मामले में गलत दिशा में जा रही है, क्योंकि मैं इस फिल्म की अकेली निर्माता नहीं हूं. सैंकड़ों या हजारों लोगों ने इस पर काम किया है'.
'मैं एतिहासिक जाति अन्याय को बदल नहीं सकती हूं और क्रूरता को जो हजारों साल पहले हुई है. एक फिल्म में एक्टिंग करने के लिए, कृप्या मुझसे किसी मामले पर एक्सपर्ट होने की उम्मीद ना करें. खास कर जब वो इस कदर बड़ी और उलझी हुई है, जैसे जाति और वार्ना है'.

'मैं इस पर कभी इस फैक्ट पर प्रतिवाद नहीं कर सकती कि मेरी परफॉर्मेंस कभी भी DBA एक्टर के जिंदगी की नकल नहीं कर पाएगी. मुझे इसके बारे में पता है और ये मुझे और भी ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है. एक कलाकार के तौर पर जो खुद को इससे जुड़ा महसूस करती है, मैं कोशिश करती हूं कि मैं हर छोटी से छोटी चीज कर सकूं. मैंने इस किरदार को गरिमापूर्ण, मेहनत और सहानुभूति से निभाने की कोशिश की है. क्योंकि सिर्फ यही चीज थी, जिस पर मेरा नियंत्रण था. (सहानिभूति का मतलब परोपकार और संरक्षण नहीं है. मैं किसी ट्रोल/जान से मारने की धमकी देने वाले लोगों/झूठी खबरें फैलाने वाले लोगों को सच्चे लोगों के साथ कंफ्यूज नहीं कर रही हूं)'.
ऋचा चड्ढा ने कुछ समय पहले एक शख्स को जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा था- 'ऐसा मैंने कभी, कहीं नहीं कहा। ये शर्मनाक झूठ है। अम्बेडकर मेरे भी icon हैं, उनकी T shirt पहनना, मेरा भी अधिकार है।और मैं ब्राह्मण नहीं हूं,जान लें।#Liar'. वहीं इसके बाद फिल्म रिलीज के बाद आज भी ऋचा ने लगातार मिल रहे भद्दे कमेंट्स कर रहे ट्रोल्स को जवाब दिया है. उन्होंने पोस्ट शेयर किया है.
ऋचा चड्ढा ने इस पोस्ट में लिखा- 'फिल्म आज पूरे देश और विदेशों में रिलीज हुई है. अभी भी मुझे अपने बारें में बहुत गुस्से से भरे ट्वीट थ्रेड पढ़ने को मिल रहे हैं (फिल्म के बारे में नहीं, किसी ने अभी तक देखी नहीं). कुछ लोग सिर्फ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं और ये ठीक है'.

'मैं सुन रही हूं और सीख रही हूं, जैसे कि में मैं 2-3 से साल से कोशिश कर रही हूं. यहां पर प्रदर्शन बहस पर मेरे विचार हैं, मेरे सीमित और आत्म प्रशंसा विशेषाधिकार वाली समझ से. लोगों का गुस्सा बिल्कुल समझने लायक है खासकर पोस्टर को लेकर. मुझे समझ आता है, मैं गुस्से को समझती हूं. लेकिन गुस्से के बारे में जो बात अक्सर होती है, वो इस मामले में गलत दिशा में जा रही है, क्योंकि मैं इस फिल्म की अकेली निर्माता नहीं हूं. सैंकड़ों या हजारों लोगों ने इस पर काम किया है'.
'मैं एतिहासिक जाति अन्याय को बदल नहीं सकती हूं और क्रूरता को जो हजारों साल पहले हुई है. एक फिल्म में एक्टिंग करने के लिए, कृप्या मुझसे किसी मामले पर एक्सपर्ट होने की उम्मीद ना करें. खास कर जब वो इस कदर बड़ी और उलझी हुई है, जैसे जाति और वार्ना है'.

(Credit- @therichachadha/Instagram)
'मैं इस पर कभी इस फैक्ट पर प्रतिवाद नहीं कर सकती कि मेरी परफॉर्मेंस कभी भी DBA एक्टर के जिंदगी की नकल नहीं कर पाएगी. मुझे इसके बारे में पता है और ये मुझे और भी ज्यादा मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है. एक कलाकार के तौर पर जो खुद को इससे जुड़ा महसूस करती है, मैं कोशिश करती हूं कि मैं हर छोटी से छोटी चीज कर सकूं. मैंने इस किरदार को गरिमापूर्ण, मेहनत और सहानुभूति से निभाने की कोशिश की है. क्योंकि सिर्फ यही चीज थी, जिस पर मेरा नियंत्रण था. (सहानिभूति का मतलब परोपकार और संरक्षण नहीं है. मैं किसी ट्रोल/जान से मारने की धमकी देने वाले लोगों/झूठी खबरें फैलाने वाले लोगों को सच्चे लोगों के साथ कंफ्यूज नहीं कर रही हूं)'.