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कभी पेट भरने के लिए बेच दी थी मां की कुमकुम की डिब्बी, 'नाटु-नाटु' कोरियोग्राफर का दर्द, फिर ऐसे चमकी किस्मत

प्रेम रक्षित ने बहुत संघर्ष करने के बाद सफलता पाई है.

प्रेम रक्षित ने बहुत संघर्ष करने के बाद सफलता पाई है.

Story of Man Behind ‘Naatu Naatu’ Hook-up Steps: RRR फिल्म के गाने और उसके हुकअप स्टेप्स की चर्चा देश ही दुनिया भर में ...अधिक पढ़ें

मुंबई: एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी RRR फिल्म के गीत ‘नाटु नाटु’ पर देशी ही नहीं विदेशी भी थिरक रहे हैं. 95वें अकादमी पुरस्कारों में बेस्ट मूल गीत का ऑस्कर जीतने वाले इस गाने को संगीत एम एम कीरावानी ने दिया है, गीतकार चंद्रबोस हैं, गाया काल भैरव और राहुल सिप्लीगुंज ने तो नचाया प्रेम रक्षित (Prem Rakshith) ने. ‘नाटु नाटु’ का मतलब ही नाचना होता है, राम चरण-जूनियर एनटीआर को शानदार डांस करने के लिए काफी सराहा जा रहा है. प्रेम रक्षित ने इनसे इतने यूनिक हुक-स्टेप्स करवाए हैं कि न चाहते हुए कदम थिरकने लगते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी प्रेम के घर भरपेट खाने लायक अनाज भी नहीं होता था.

सफल कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित ने अपनी लाइफ में काफी संघर्ष किया है. हालात ऐसे हो गए थे कि प्रेम जान देने की सोचने लगे थे. प्रेम की कहानी सुनने के बाद आपको यही लगेगा कि मुश्किलें कितनी भी आए अगर हिम्मत और हौसला कायम रखें तो बुरा वक्त, अच्छे में बदलता ही है. प्रेम ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन उनके काम की चर्चा ग्लोबल स्तर पर होगी.

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प्रभु देवा के साथ प्रेम रक्षित.(फोटो साभार: premrakshith_choreographer/Instagram)

2 दिन से बिन खाए तड़प रहा था भाई
दैनिक भास्कर से बात करते हुए प्रेम रक्षित ने बताया ‘मैंने मुश्किल से 10वीं पास की और टेलर के यहां काम करने लगा. साल 1994 की बात है, एक दिन जब मैं घर लौटा तो मेरा छोटा भाई, जो बोल सुन नहीं सकता था, उसे पेट में भयानक दर्द हो रहा था और वह तड़प रहा था. मां ने बताया कि 2 दिन से कुछ खाया नहीं है. मां के पास एक छोटी सी चांदी की कुमकुम की डिब्बी थी, उसे लेकर मैं पास की दवा दुकान पर गया तो उसने कहा डिब्बी रखो और 20 रुपए दे दिए. मैं उस 20 रुपए से चावल खरीद कर लाया और हम सबने चावल खाया’.

जिंदगी से परेशान हो गए थे रक्षित
प्रेम रक्षित ने आगे बताया कि ‘अगले दिन गुरुवार था और मैं साईं बाबा के मंदिर गया. आर्थिक तंगी से परेशान मैं मंदिर से बाहर निकला, जान देने की सोचने लगा और उधार की साइकिल ले मरीना बीच पर निकल भी पड़ा, फिर सोचा जिसकी साइकिल है वो परेशान हो जाएगा,यही सोच अपने पिता के पास साइकिल देने गया और जैसे ही मुड़ा तो पिता ने आवाज दी और कहा कि मुझे बतौर एक्स्ट्रा डांसर काम मिलने की बात बताई..उस समय मेरे दिल में एक ही बात गूंज रही थी ‘श्रद्धा सबुरी’.

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(फोटो साभार: premrakshith_choreographer/Instagram)

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बता दें कि प्रेम रक्षित ने डांस सीखा, कोरियोग्राफर बने और पैसों की खातिर राजामौली और किरवानी के बच्चों को डांस भी सिखाया. आज सफल कोरियोग्राफर में शुमार हो चुके प्रेम अपने बुरे वक्त को भूले नहीं हैं बल्कि सड़क किनारे टैलेंटेड डांसर्स को मौका देते हैं.

Tags: Entertainment Special, RRR Movie, Ss rajamouli

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