मुंबई: शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) की फिल्म ‘जर्सी’ 31 दिसंबर को थियेटर (Shahid Kapoor wants Jersey theatrical release) पर रिलीज होनी थी, पर दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेकर्स ने इसकी रिलीज को आगे के लिए टाल दिया है. हालांकि, मेकर्स फिल्म को ओटीटी पर रिलीज कर सकते थे, पर शाहिद कपूर ने ऐसा होने नहीं दिया.
शाहिद कपूर के एक खास कदम ने मेकर्स को अपना फैसला बदलने पर मजबूर कर दिया. दरअसल, जब मेकर्स को कोविड-19 के ओमीक्रोन वैरिएंट के बढ़ते मामलों की वजह से ‘जर्सी’ के थियेटर रिलीज से पीछे हटना पड़ा तो ‘नेटफ्लिक्स’ ने उन्हें अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करने का ऑफर दिया.
‘नेटफ्लिक्स’ ने ‘जर्सी’ के मेकर्स को दिया था बड़ा ऑफर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘नेटफ्लिक्स’ ने ‘जर्सी’ के डिजिटल रिलीज के लिए मेकर्स को बड़ी रकम का ऑफर दिया था. यह मेकर्स के लिए फायदे का सौदा था, पर शाहिद कपूर को यह सही नहीं लगा. शाहिद ने ‘जर्सी’ के लिए काफी मेहनत की है. वे दिल के करीब अपनी इस फिल्म को थियेटर में रिलीज होते हुए देखना चाहते हैं, फिर इसके लिए उन्हें अपनी फीस में कटौती करनी पड़े तो भी कोई बात नहीं.
शाहिद कपूर की फीस में होगी बड़ी कटौती
यह शाहिद कपूर की दिलेरी ही कहेंगे कि वे यह नुकसान उठाने के लिए तैयार हो गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म को देरी से रिलीज करने में जो अतिरिक्त खर्चा आएगा, वह शाहिद की फीस से कटेगा. अगर यह खर्चा 4 करोड़ होगा, तो उसे शाहिद की फीस से काटा जाएगा.
शाहिद कपूर ने लिया बड़ा रिस्क
सुनने में आया है कि शाहिद ने फिल्म ‘जर्सी’ के लिए 31 करोड़ रुपये चार्ज किए हैं. यानी ओवरहेड कोस्ट अगर 8 करोड़ रुपये होगा, तो शाहिद को 23 करोड़ ही मिलेंगे. यह अतिरिक्त खर्च इससे ज्यादा भी हो सकता है. जाहिर है कि शाहिद ने एक बड़ा रिस्क लिया है, जो हर एक्टर के बस की बात नहीं है.
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