अपने 75 वें जन्मदिन से 11 दिन पहले यदि सुनील दत्त (Sunil Dutt Birth Anniversary) को दिल का दौरा नहीं पड़ा होता तो वे आज 91 साल के हो गए होते. सुनील दत्त ने बॉलीवुड में अपना एक अलग मुकाम बनाया उसके बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर राजनीति में आए. राजनीति में भी उन्होंने अपना एक अलग स्थान बनाया और केंद्रीय मंत्री भी बने. दत्त साहब ने पर्दे पर अलग-अलग किरदार निभाए. वे अपने दोस्तों और सहकर्मियों के साथ सौहार्दपूर्ण थे, लेकिन वह अपने अभिनेता बेटे संजय दत्त (Sanjay Dutt) के लिए पिता के अलावा कुछ नहीं थे. वे अपने इकलौते बेटे संजय दत्त के सुख-दुख में हमेशा उसके साथ खड़े थे और उसे नशीली दवाओं की लत से बाहर निकालने में वे सफल रहे.
नशे में पिता सुनील दत्त के कार्यालय पहुंच गए संजय
संजय ने एक बार एक भयावह घटना साझा की थी, जब वे एक ‘नशीले ड्रग एलएसडी’ के प्रभाव में रहते हुए सुनील दत्त के कार्यालय का दौरा किया था. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2016 में संजय ने कहा था, ‘मैं वहां गया था और जब तक मैं वहां पहुंचा, वे मेरे सामने ऐसे बैठे थे जैसे वे मुझे मारने वाले हो. मुझे यह भी पता नहीं था कि वे क्या बात कर रहे थे, वे आराम से बात कर रहे थे और मैं 'जी, जी' कहने की कोशिश कर रहा था.’
इसको लेके जाओ, ये पागल हो गया है: सुनील दत्त
संजय ने आगे कहा कि, ‘मैंने देखा कि उनके सिर से एक बाती निकली हुई थी और वह मोमबत्ती की तरह चमक रही थी, मैंने उन्हें मोमबत्ती की तरह पिघलते देखा. और मैं उस पर कूद गया और उस मोमबत्ती को बुझा दिया. मैंने बातचीत के दौरान अपनी बॉडी लैंग्वेज को ऐसा बनाए रखने की कोशिश की जिससे यह लगे कि मैं उनकी बात को ध्यान से सुन रहा हूं.’ इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया को साझा करते हुए संजय ने कहा, ‘आज, जब मैं इसके बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि पिता ने क्या महसूस किया होगा और उन्होंने तब अपने आदमी से कहा, ‘इसको लेके जाओ, ये पागल हो गया है.’
संजय बोले, ड्रग के नशे में लगा कि मैं मरने जा रहा हूं
सब कुछ के बावजूद, जब से अभिनेता संजय दत्त ने मदद के लिए अपने पिता सुनील दत्त से मदद मांगी, उसके बाद से सुनील दत्त ने संजय दत्त के खराब वक्त में उसे कभी अकेला नहीं छोड़ा. पिता के सहयोग से संजय दत्त कई बार मुसीबतों से बाहर आए. संजय ने इस घटना के बारे में भी खुलासा किया था कि कैसे वह ड्रग लेने के कारण दो दिनों के बाद भयानक भूख के साथ उठे और सीधे अपने पिता से मदद मांगने पहुंचे. संजय ने कहा, ‘ड्रग के नशे में मैंने अपने आप को आईने में देखा तो मुझे पता चला कि मैं मरने जा रहा हूं. मैंने जाकर अपने पिताजी से कहा कि मुझे मदद की जरूरत है.’
सुनील दत्त ने संजय को मुंबई में रहने के लिए किया राजी
सुनील ने न केवल संजय को बुरी आदत से बाहर निकालने में मदद की बल्कि उसे इस बात के लिए राजी किया कि ड्रग की लत छोड़ने के बाद वह मुंबई में ही रहेगा. संजय ने सिमी ग्रेवाल के साथ Rendezvous पर खुलासा किया था कि वे अमेरिका में बसना चाहते थे और ड्रग की लत छोड़ने के बाद वे पशुपालन करना चाहते थे, लेकिन सुनील ने उसे मुंबई आने और कुछ समय के लिए काम करने को कहा. संजय ने उनकी बात मानी और जल्द ही उन्हें एक फिल्म का प्रस्ताव मिल गया, जिसने बॉलीवुड में उनकी वापसी का दरवाजा खोल दिया.
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Tags: Sanjay dutt, Sunil dutt
FIRST PUBLISHED : June 06, 2020, 11:12 IST