मुंबई: यामी गौतम (Yami Gautam) ने हाल ही में खुलासा किया कि वे ‘केराटोसिस पिलारिस’ (Skin Condition Keratosis Pilaris) नाम की एक स्किन कंडिशन से पीड़ित हैं. उनमें यह दिक्कत टीनएज में नजर आनी शुरू हुई थी और इसका कोई इलाज नहीं है. यामी ने सोशल मीडिया पर अपनी स्किन डिजीज के बारे में बताया था और साथ में कई तस्वीरें भी शेयर की थीं.
एक सेलेब्स के लिए इस तरह का खुलासा करना आसान नहीं होता, लेकिन उन्होंने साहस दिखाते हुए इसे स्वीकारा और सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी बात रखी. एक्ट्रेस की यह पोस्ट इंटरनेट पर वायरल हो रही है. यामी ने मिडडे को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि कैसे स्किन कंडिशन के बारे में बात करना, उनके लिए मुक्त होने के एहसास जैसा था.
पोस्ट लिखना मुश्किल नहीं था
उन्होंने कहा था, ‘पोस्ट लिखना मुश्किल नहीं था, यह मुक्त होने के एहसास जैसा था. मुझे जिस दिन अपनी त्वचा की बीमारी के बारे में पता चला था, उस दिन से लेकर पोस्ट डालने तक का सफर काफी चैलेंजिंग था. जब लोग मुझे शूट पर देखते थे, तो वे इस बारे में बात करते थे कि कैसे इसे छुपाया जाना चाहिए.’
वे आगे कहती हैं, ‘यह मुझ पर बहुत असर डालता था. इसे स्वीकार करने और अपने आत्मविश्वास को वापस पाने में कई साल लग गए. मैं पोस्ट पर रिएक्शन मिलने के बाद अभिभूत थी.’
‘Keratosis Pilaris’ से क्या होती है परेशानी
बता दें कि ‘केराटोसिस पिलारिस’ एक ऐसी स्किन कंडिशन है, जिसमें त्वचा खुरदुरी हो जाती है और मुंहासों जैसे छोटे-छोटे उभार नजर आने लगते हैं. यामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया था, जिसमें लिखा था, ‘मैं आपसे अपना सच बयां करने का साहस जुटा पाई. ओह! मुझे अपने फॉलिकुलिटिस को छुपाने या आंखों के नीचे के हिस्से को और स्मूथ करने या कमर को और शेप में लाने का मन नहीं कर रहा था! फिर भी, मैं खुद में सुंदर महसूस करती हूं.’
यामी गौतम कई सालों से हैं इस स्किन डिसीज से पीड़ित
उन्होंने खुलासा किया कि वे कई सालों से इससे निपट रही हैं और उन्होंने पोस्ट के साथ अपने सभी डर को दूर करने का फैसला किया है. वे आगे लिखती हैं, ‘टीनएज में यह स्किन कंडिशन बनने लगी थी और इसका अभी भी कोई इलाज नहीं है. मैंने कई सालों तक इसका सामना किया है और आज आखिरकार, मैंने अपने सभी डर और इनसिक्योरिटी को दूर करने का फैसला किया है. मैं अपनी कमियों को पूरे दिल से अपनाने का साहस जुटा पाई हूं.’
‘Keratosis Pilaris’ के बारे में जानें
जब स्किन में केरेटिन (keratin) नाम का प्रोटीन बनने लगता है, तब उस कंडिशन को केराटोसिस पिलारिस कहते हैं. केरेटिन हमारी स्किन को नुकसानदेह चीजों और संक्रमण से बचाता है. इस कंडिशन में हेयर फॉलिकल्स के नीचे केरेटिन इकट्ठा होने लगता है और ऊपर की ओर उठने लगता है. ऐसा क्यों होता है, डॉक्टरों के पास भी इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं है.
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