KBC: अरुण जेटली ने कभी लोकसभा चुनाव जीता था या नहीं? जवाब नहीं दे पाए रणदीप हुड्डा

अमला रुइया का साथ देने केबीसी में आए थे रणदीप हुड्डा.
KBC Season 11: कौन बनेगा करोड़पति में स्टारों के दिन अच्छे नहीं चल रहे. पहले सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) अब रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) मामूली सवालों के जवाब देने में हुए फेल.
- News18Hindi
- Last Updated: September 27, 2019, 11:30 PM IST
मुंबई. कौन बनेगा करोड़पति (kaun banega crorepati season 11) के 11वें सीजन में शुक्रवार को आने वाला कर्मवीर स्पेशल शो स्टारों के लिए अच्छा नहीं जा रहा है. बीते कर्मवीर केबीसी स्पेशल शो में सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) रामायण के बेहद आसान सवाल का जवाब नहीं दे पाई थीं तो इस बार खुद को राजनैतिक स्तर पर सचेत बताने वाले अभिनेता रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) एक बड़े नेता से जुड़े सवाल का जवाब नहीं दे पाए.
उल्लेखनीय है कि सोनाक्षी यह बताने में असमर्थ थीं कि किसकी जान बचाने के लिए हनुमान, संजीवनी लाने गए थे. जबकि रणदीप हुड्डा ये बताने में असमर्थ हुए कि दिवंगत बीजेपी नेता व पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कभी लोकसभा चुनाव जीता था या नहीं.
असल में ये सवाल और ज्यादा प्रासंगिक इसलिए हो गया था क्योंकि अरुण जेटली का हाल ही में निधन हुआ था इस दौरान यह लगातार चर्चा हुई कि अरुण जेटली ने स्टूडेंट यूनियन के अलावा कभी कोई चुनाव जीता ही नहीं. बल्कि यहां तक कि 2014 लोकसभा चुनाव तक उन्होंने कोई चुनाव ही नहीं लड़ा था.
इस सवाल का जवाब देने के लिए रणदीप हुड्डा और जल बचाने के लिए मशहूर कार्यकर्ता अमला रुइया ने ऑडिएंस पोल लाइनफलाइन का इस्तेमाल किया. इसके बाद जवाब मिला.
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इसी तरह साल 1930 में दांडी यात्रा के जरिए महात्मा गांधी के द्वारा शुरू किए गए आंदोलन का नाम जानने के लिए भी दोनों कंटेस्टेंट को दो-दो लाइफलाइनों का इस्तेमाल करना पड़ा. बाद में द लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने बतौर आस्क द एक्सपर्ट लाइफलाइन के जरिए इस सवाल का जवाब दिया. सही जवाब सविनय अवज्ञा आंदोलन था.
अमला रुइया की पानी बचाने की कहानी और रणदीप हुड्डा की घुड़सवारी
पानी की क्या हालत हो गई है देश में
अमला रुइया को राजस्थान के कई क्षेत्र में 'जल देवी' के नाम से जानते हैं. उन्होंने अपने प्रयासों से कई सूखे गांवों को फिर से हरा-भरा और वहां पानी लाने का काम किया है.
यह भी पढ़ेंः KBC: 'मेमोरी लॉस' से जूझ रहे हैं अमिताभ, सिग्नेचर के वक्त कांपते हैं हाथ!
उल्लेखनीय है कि सोनाक्षी यह बताने में असमर्थ थीं कि किसकी जान बचाने के लिए हनुमान, संजीवनी लाने गए थे. जबकि रणदीप हुड्डा ये बताने में असमर्थ हुए कि दिवंगत बीजेपी नेता व पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कभी लोकसभा चुनाव जीता था या नहीं.
असल में ये सवाल और ज्यादा प्रासंगिक इसलिए हो गया था क्योंकि अरुण जेटली का हाल ही में निधन हुआ था इस दौरान यह लगातार चर्चा हुई कि अरुण जेटली ने स्टूडेंट यूनियन के अलावा कभी कोई चुनाव जीता ही नहीं. बल्कि यहां तक कि 2014 लोकसभा चुनाव तक उन्होंने कोई चुनाव ही नहीं लड़ा था.

अमला रुइया के साथ रणदीप हुड्डा.
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इसी तरह साल 1930 में दांडी यात्रा के जरिए महात्मा गांधी के द्वारा शुरू किए गए आंदोलन का नाम जानने के लिए भी दोनों कंटेस्टेंट को दो-दो लाइफलाइनों का इस्तेमाल करना पड़ा. बाद में द लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने बतौर आस्क द एक्सपर्ट लाइफलाइन के जरिए इस सवाल का जवाब दिया. सही जवाब सविनय अवज्ञा आंदोलन था.
अमला रुइया की पानी बचाने की कहानी और रणदीप हुड्डा की घुड़सवारी
पानी की क्या हालत हो गई है देश में
अमला रुइया को राजस्थान के कई क्षेत्र में 'जल देवी' के नाम से जानते हैं. उन्होंने अपने प्रयासों से कई सूखे गांवों को फिर से हरा-भरा और वहां पानी लाने का काम किया है.
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