अयोध्या राम मंदिर: निर्माण के लिए गुजरात के 18 हजार गांवों से धनराशि इकट्ठा करेगी VHP

Ayodhya Ram Mandir: विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा, ‘गुजरात में 18,556 गांव हैं और हम सभी में जायेंगे. हमारे स्वयंसेवक राम मंदिर के लिए धन जुटाने के अभियान के तहत हर हिंदू से संपर्क करेंगे.’
Ayodhya Ram Mandir: विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा, ‘गुजरात में 18,556 गांव हैं और हम सभी में जायेंगे. हमारे स्वयंसेवक राम मंदिर के लिए धन जुटाने के अभियान के तहत हर हिंदू से संपर्क करेंगे.’
- News18Hindi
- Last Updated: December 25, 2020, 7:30 PM IST
अहमदाबाद. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है. विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) ने निर्माण कार्य के लिए राशी जुटाने गांव-गांव जाने का फैसला किया है. इस कार्यक्रम के तहत विहिप कार्यकर्ता अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए लोगों से धनराशि इकट्ठा करने 15 जनवरी से गुजरात के सभी 18 हजार गांवों का दौरा करेंगे. संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया कि उनका संगठन धनराशि इकट्ठा करने की कवायद के तहत ‘5.23 लाख गांवों में रहने वाले 65 करोड़ हिंदुओं’ से संपर्क करने के लिए देशभर में कुछ 40 लाख स्वयंसेवकों को तैनात करेगा. जैन ने कहा, ‘गुजरात में 18,556 गांव हैं और हम सभी में जायेंगे. हमारे स्वयंसेवक राम मंदिर के लिए धन जुटाने के अभियान के तहत हर हिंदू से संपर्क करेंगे.’
उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों से मदद मिल रही है. उन्होंने कहा कि जैन समुदाय ने मंदिर निर्माण के लिए चांदी की एक ईंट भेंट की है जिसका वजन 25 किलोग्राम है. उन्होंने दावा किया, ‘हमने सरकार या कुछ चुनिंदा कारोबारियों से पैसा नहीं लेने का फैसला किया है. राम मंदिर पूरे राष्ट्र के योगदान से बनाया जाएगा.’ विहिप के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि सूरत में एक प्रमुख हीरा कंपनी, श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स के संस्थापक चेयरमैन गोविंद ढोलकिया को विहिप की समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है जो गुजरात में धनराशि जुटाने के अभियान का नेतृत्व करेगी.
पिलर पर बढ़ रही हैं मुश्किलें
अयोध्या में राम मंदिर का भक्तों को इंतजार है. यहां मंदिर बनाए जाने के लिए 1200 खंभों की ड्राइंग तैयार की गई थी. हालांकि, यह डिजाइन प्लान के अनुसार, सफल होती नहीं दिख रही है. दरअसल, मंदिर की बुनियाद के लिए खंभों की टेस्टिंग की गई थी. इस दौरान कुछ खंभों को 125 फीट गहराई में डाला. इनकी जांच करने के लिए करीब 30 दिनों तक छोड़ा गया. बाद में इस पर 700 टन का वजन डाला गया और भूकंप के झटके दिए गए, तो ये खंभे अपनी जगह हिल गए और मुड़ भी गए.
(भाषा इनपुट के साथ)
विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया कि उनका संगठन धनराशि इकट्ठा करने की कवायद के तहत ‘5.23 लाख गांवों में रहने वाले 65 करोड़ हिंदुओं’ से संपर्क करने के लिए देशभर में कुछ 40 लाख स्वयंसेवकों को तैनात करेगा. जैन ने कहा, ‘गुजरात में 18,556 गांव हैं और हम सभी में जायेंगे. हमारे स्वयंसेवक राम मंदिर के लिए धन जुटाने के अभियान के तहत हर हिंदू से संपर्क करेंगे.’
उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों से मदद मिल रही है. उन्होंने कहा कि जैन समुदाय ने मंदिर निर्माण के लिए चांदी की एक ईंट भेंट की है जिसका वजन 25 किलोग्राम है. उन्होंने दावा किया, ‘हमने सरकार या कुछ चुनिंदा कारोबारियों से पैसा नहीं लेने का फैसला किया है. राम मंदिर पूरे राष्ट्र के योगदान से बनाया जाएगा.’ विहिप के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि सूरत में एक प्रमुख हीरा कंपनी, श्री रामकृष्ण एक्सपोर्ट्स के संस्थापक चेयरमैन गोविंद ढोलकिया को विहिप की समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है जो गुजरात में धनराशि जुटाने के अभियान का नेतृत्व करेगी.
अयोध्या में राम मंदिर का भक्तों को इंतजार है. यहां मंदिर बनाए जाने के लिए 1200 खंभों की ड्राइंग तैयार की गई थी. हालांकि, यह डिजाइन प्लान के अनुसार, सफल होती नहीं दिख रही है. दरअसल, मंदिर की बुनियाद के लिए खंभों की टेस्टिंग की गई थी. इस दौरान कुछ खंभों को 125 फीट गहराई में डाला. इनकी जांच करने के लिए करीब 30 दिनों तक छोड़ा गया. बाद में इस पर 700 टन का वजन डाला गया और भूकंप के झटके दिए गए, तो ये खंभे अपनी जगह हिल गए और मुड़ भी गए.
(भाषा इनपुट के साथ)