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मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 99% भूमि अधिग्रहित, जानें कहां तक पहुंचा काम...कब होगा लोकार्पण

मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) परियोजना के लिए अब तक 1,374.20 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जो कुल आवश्यक भूमि का लगभग 99% है. (Photo: NHSRCL)

मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) परियोजना के लिए अब तक 1,374.20 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जो कुल आवश्यक भूमि का लगभग 99% है. (Photo: NHSRCL)

मंत्रालय ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना की कुल लागत 2015 में 1,08,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी. अंतिम ...अधिक पढ़ें

निवेदिता सिंह

अहमदाबाद: भारत की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के नाम से प्रसिद्ध मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) परियोजना के लिए अब तक 1,374.20 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जो कुल आवश्यक भूमि का लगभग 99% है. News18 को केंद्रीय रेल मंत्रालय के दस्तावेजों से इसकी जानकारी मिली है. बुलेट ट्रेन गुजरात, दादरा और नगर हवेली, और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगी. केंद्र शासित प्रदेश में 100% भूमि का अधिग्रहण हो चुका है. रेल मंत्रालय के पिछले सप्ताह जारी किए गए दस्तावेज के अनुसार गुजरात में, 954.3 हेक्टेयर में से 943.53 हेक्टेयर का अधिग्रहण किया गया है, जो राज्य में आवश्यक कुल भूमि का 98.87% है. दादरा और नगर हवेली में, पूरे 7.90 हेक्टेयर भूमि का और महाराष्ट्र में, 430.45 हेक्टेयर (98.2%) में से 422.77 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है.

दस्तावेज में लिखा है परियोजना के लिए आवश्यक कुल भूमि 1,392.63 हेक्टेयर है. लगभग 1,374.20 हेक्टेयर (98.68%) भूमि का अधिग्रहण किया गया है. जुलाई तक लगभग 1,264 हेक्टेयर (90.5%) भूमि का अधिग्रहण किया गया था. मंत्रालय ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना की कुल लागत 2015 में 1,08,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी. अंतिम परियोजना लागत भूमि अधिग्रहण के पूरा होने, सभी अनुबंध पैकेजों को अंतिम रूप देने और संबंधित समयसीमा के बाद ही तय की जाएगी. MAHSR प्रोजेक्ट पर 31 अक्टूबर, 2022 तक 32,937 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। दस्तावेज़ में आगे कहा गया है कि सिस्टम और रोलिंग स्टॉक की लागत कॉन्ट्रैक्ट अवार्ड के बाद ज्ञात होगी.

परियोजना की 81% लागत जापान सरकार द्वारा वित्त पोषित की जा रही
मंत्रालय के अनुसार, MAHSR परियोजना की 81% लागत जापान सरकार द्वारा वित्त पोषित की जा रही है और शेष लागत शेयरधारकों भारत सरकार (रेल मंत्रालय) (50%), गुजरात सरकार ( 25%) और महाराष्ट्र सरकार (25%) द्वारा इक्विटी के माध्यम से प्रदान की जा रही है. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) द्वारा क्रियान्वित की जा रही परियोजना को दिसंबर, 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है. हालांकि, कई कारक परियोजना के विकास को प्रभावित कर रहे हैं, जिनमें राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण की गति, उल्लंघनकारी उपयोगिताओं का स्थानांतरण, कानून और व्यवस्था की स्थिति, वैधानिक मंजूरी, अप्रत्याशित परिस्थितियों का सामना, अदालतों में मुकदमेबाजी, जलवायु परिस्थितियां और अन्य शामिल हैं.

एक अधिकारी ने नाम न छापने की मांग करते हुए News18 को बताया, ‘एमएएचएसआर प्रोजेक्ट में विशेष रूप से महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण और अनुबंधों को अंतिम रूप देने में देरी के साथ-साथ कोविड-19 के प्रतिकूल प्रभाव के कारण देरी हुई है.’ MAHSR के 508 किमी रूट पर हाई स्पीड ट्रेनें 320 किमी/घंटा की गति से चलेंगी, और 12 स्टेशनों पर ठहराव होगा. पीक ऑवर्स में 20 मिनट और नॉन-पीक आवर्स में 30 मिनट की फ्रीक्वेंसी के साथ प्रति दिन/एक दिशा में 35 ट्रेनें होंगी. यह एक सीमित स्टॉप परियोजना है और MAHSR कॉरिडोर के लिए परिचालन नियंत्रण केंद्र साबरमती में स्थित होगा. देश की पहली बुलेट ट्रेन का काम सितंबर 2017 में गुजरात के अहमदाबाद में शुरू हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व जापानी प्रधानमंत्री दिवंगत शिंजो आबे ने संयुक्त रूप से परियोजना की आधारशिला रखी थी.

इस पूरी परियोजना को 28 अनुबंध पैकेजों में विभाजित किया गया है
अधिकारी ने कहा कि दिल्ली और अहमदाबाद के बीच राजस्थान से गुजरने वाले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए सर्वेक्षण चल रहा है. पिछले महीने, NHSRCL ने महाराष्ट्र में लगभग 135 किलोमीटर के लिए एक निविदा जारी की – जो कि राज्य में परियोजना का अंतिम खंड है. निविदा में वायाडक्ट्स और ब्रिज, मेंटेनेंस डिपो, टनल, शिलफाटा और जरोली के बीच ठाणे, विरार, बोईसर स्टेशनों का काम शामिल है. गुजरात और दादरा और नगर हवेली में काम के लिए टेंडर पहले ही मंगाए जा चुके हैं और काम चल रहा है. पूरी परियोजना को वड़ोदरा में प्रशिक्षण संस्थान सहित 28 अनुबंध पैकेजों में विभाजित किया गया है.

वर्तमान में, 19 पैकेज दिए गए हैं, जिनमें से 3 पैकेजों का काम पूरा हो चुका है, एक पैकेज का मूल्यांकन किया जा रहा है, 3 पैकेजों के लिए निविदा आमंत्रण सूचना (Notice Inviting Tender) प्रकाशित की जा चुकी है और शेष 5 पैकेजों के लिए एनआईटी प्रकाशित किया जाना बाकी है. एमएएचएसआर परियोजना का ज्यादातर हिस्सा एलिवेटेड है. परियोजना की कम से कम 475 किमी लंबाई वायाडक्ट (नदी/सड़क/रेल) पर होगी, जबकि लगभग 26 किमी 8 टनल्स में होगी. अन्य संरचनाएं लगभग 7 किमी लंबी होंगी. परियोजना में 12 स्टेशन और 3 डिपो होंगे. महाराष्ट्र में परियोजना की कुल लंबाई 156 किमी और गुजरात में 348 किमी है. दादरा और नगर हवेली में 4 किमी है.

Tags: Bullet Train Project, Indian Railways, Mumbai-Ahmedabad bullet train

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