इनामी बदमाश कुलदीप उर्फ गोरिया चढ़ा पुलिस के हत्थे

पुलिस गिरफ्त में बदमाश
इनामी बदमाश ने अपने साथी के साथ मिलकर अपनी धर्म बहन द्वारा प्रेम विवाह करने पर उसके पति को तीन गोलियां मार कर मौत के घाट उतार दिया था.
- News18 Haryana
- Last Updated: September 26, 2018, 12:50 PM IST
भिवानी सीआईए पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. इनामी बदमाश ने अपने साथी के साथ मिलकर अपनी धर्म बहन द्वारा प्रेम विवाह करने पर उसके पति को तीन गोलियां मार कर मौत के घाट उतार दिया था. हैरानी की बात ये है कि आरोपी को आज कोई मलाल नहीं बल्कि हत्या करने पर फर्क है.
पूरा मामला सिवानी क्षेत्र में 21 मार्च 2018 का है. इस दिन गांव झांझङा निवासी सुरेश ने थाने में शिकायत दी थी कि उसकी बेटी कविता ने विरेन्द्र से प्रेम विवाह किया था, जिसकी कुलदीप उर्फ गोरिया और प्रमिन्द्र फौजी ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने पर्चा दर्ज कर जांच शुरु की, जांच के दौरान पता चला कि घंघाला गांव निवासी विरेन्द्र दो साल से अपने मामा के गांव झांझङा श्योराण रहता था. विरेन्द्र ने अपने मामा के गांव की लड़की कविता से प्रेम विवाह कर लिया और वापस जाकर अपने गाव घंघाला रहने लगा था.
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कविता व विरेन्द्र के प्रेम विवाह पर पूरे झांझङा गांव के लोगों को एतराज था. बताया जाता है कि विरेन्द्र की पहले भी शादि हो चुकी थी और वह दो बच्चों का पिता था. विरेन्द्र की पहली पत्नी लकवा से पीड़ित थी. इस दौरान कविता के गांव झांझड़ा निवासी गोरिया, जिसने कविता को धर्म बहन मानता था ने अपने दोस्त प्रमिन्द्र उर्फ फौजी के साथ मिलकर कविता और विरेन्द्र की हत्या की साजिस रच दी.डीएसपी विरेन्द्र सिंह ने बताया कि गोरिया कविता के घर उसकी ससुराल घंघाला गांव गया और चार-पांच रोज बाद उसकी मां से मिलने के लिए उसे अपने घर बुलाया. कविता अपने पति के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में आ रहे थे. इसी दौरान गांव गिगनाऊ के पास गोरिया और फौजी ने उन्हे रोका और तीन गोलियां मार कर विरेन्द्र की हत्या कर दी. इसके बाद उन्होने राजस्थान के निमा क्षेत्र में विरेन्द्र का शव फैंक कर वापस अपने ठिकाने पर आ गए. इस दौरान उन्होंने कविता पर भी एक गोली चलाई लेकिन वो बच गई.
गोरिया का साथी प्रमिन्द्र फौजी बहुत बड़ा अपराधी है, जो राजस्थान में बैंक डकैती और एक पुलिस कर्मचारी की हत्या का आरोपी है और फरार होकर गोरिया के पास उसकी झोपड़ी में रहता था. इस घटना के बाद फौजी ने हङोदी गांव के सरपंच की भी गोली माकर हत्या की थी. इसके बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ा और अब राजस्थान जेल में बंद है.
हैरानी की बात ये है कि अपनी धर्म बहन के पति का हत्यारा और 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश गोरिया को आज भी हत्या का कोई मलाल या गम नहीं है. आरोपी गोरिया ने बताया कि कोई बहन बेटी गलत काम करे तो उसे मंजूर नहीं. गोरिया ने बताया कि उसकी बहन भांजे के साथ बहु बनकर रहे ये उसे मंजूर नहीं था.
पूरा मामला सिवानी क्षेत्र में 21 मार्च 2018 का है. इस दिन गांव झांझङा निवासी सुरेश ने थाने में शिकायत दी थी कि उसकी बेटी कविता ने विरेन्द्र से प्रेम विवाह किया था, जिसकी कुलदीप उर्फ गोरिया और प्रमिन्द्र फौजी ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने पर्चा दर्ज कर जांच शुरु की, जांच के दौरान पता चला कि घंघाला गांव निवासी विरेन्द्र दो साल से अपने मामा के गांव झांझङा श्योराण रहता था. विरेन्द्र ने अपने मामा के गांव की लड़की कविता से प्रेम विवाह कर लिया और वापस जाकर अपने गाव घंघाला रहने लगा था.
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कविता व विरेन्द्र के प्रेम विवाह पर पूरे झांझङा गांव के लोगों को एतराज था. बताया जाता है कि विरेन्द्र की पहले भी शादि हो चुकी थी और वह दो बच्चों का पिता था. विरेन्द्र की पहली पत्नी लकवा से पीड़ित थी. इस दौरान कविता के गांव झांझड़ा निवासी गोरिया, जिसने कविता को धर्म बहन मानता था ने अपने दोस्त प्रमिन्द्र उर्फ फौजी के साथ मिलकर कविता और विरेन्द्र की हत्या की साजिस रच दी.डीएसपी विरेन्द्र सिंह ने बताया कि गोरिया कविता के घर उसकी ससुराल घंघाला गांव गया और चार-पांच रोज बाद उसकी मां से मिलने के लिए उसे अपने घर बुलाया. कविता अपने पति के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में आ रहे थे. इसी दौरान गांव गिगनाऊ के पास गोरिया और फौजी ने उन्हे रोका और तीन गोलियां मार कर विरेन्द्र की हत्या कर दी. इसके बाद उन्होने राजस्थान के निमा क्षेत्र में विरेन्द्र का शव फैंक कर वापस अपने ठिकाने पर आ गए. इस दौरान उन्होंने कविता पर भी एक गोली चलाई लेकिन वो बच गई.
गोरिया का साथी प्रमिन्द्र फौजी बहुत बड़ा अपराधी है, जो राजस्थान में बैंक डकैती और एक पुलिस कर्मचारी की हत्या का आरोपी है और फरार होकर गोरिया के पास उसकी झोपड़ी में रहता था. इस घटना के बाद फौजी ने हङोदी गांव के सरपंच की भी गोली माकर हत्या की थी. इसके बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ा और अब राजस्थान जेल में बंद है.
हैरानी की बात ये है कि अपनी धर्म बहन के पति का हत्यारा और 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश गोरिया को आज भी हत्या का कोई मलाल या गम नहीं है. आरोपी गोरिया ने बताया कि कोई बहन बेटी गलत काम करे तो उसे मंजूर नहीं. गोरिया ने बताया कि उसकी बहन भांजे के साथ बहु बनकर रहे ये उसे मंजूर नहीं था.