हरियाणा के सीनियर आईएएस अशोक खेमका (Ashok Khemka) का 53वां तबादला (Transfer) किया गया है. अब उन्हें अभिलेखागार, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग में प्रमुख सचिव बनाया गया है. खेमका इससे पहले वे विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के प्रमुख सचिव पद पर कार्यरत थे. 8 महीने बाद खेमका का यह तबादला किया गया है.
खेमका ने ट्वीट कर अपना दुख जाहिर किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि फिर तबादला, लौट कर फिर वहीं,कल संविधान दिवस मनाया गया, आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश एवं नियमों को एक बार और तोड़ा गया. कुछ प्रसन्न होंगे. अंतिम ठिकाने जो लगा, ईमानदारी का ईनाम जलालत.
खेमका पहले भी इस महकमे में काम कर चुके हैं. पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जन्मे खेमका ने आईआईटी खड़गपुर से 1988 में बीटेक करने के बाद कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की. बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में एमबीए कर चुके खेमका ने वकालत भी कर रखी है. बंसी लाल से लेकर मनोहर लाल तक, कोई ऐसी सरकार नहीं बची, जिसमें खेमका का व्यवस्था से सीधे टकराव नहीं हुआ. भजन लाल, ओम प्रकाश चौटाला हों या फिर भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हर राज में खेमका सीधे व्यवस्था से टकराते रहे, बदले में उनके धड़ाधड़ तबादले होते रहे.
अशोक खेमका 1991 बैच के हरियाणा कैडर के आईएएस अफसर हैं. 28 साल की नौकरी में अशोक खेमका का 53 बार स्थानातंरण हो चुका है. गुरुग्राम में कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन सौदे से जुड़ी जांच के कारण अशोक खेमका सुर्खियों में रहे. कहा जाता है कि खेमका जिस भी विभाग में जाते हैं, वहीं घपले-घोटाले उजागर करते हैं, जिसके चलते अकसर उन्हें तबादला झेलना पड़ता है.
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FIRST PUBLISHED : November 27, 2019, 17:44 IST