किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा में हाई अलर्ट, DGP ने सभी जिलों के SP को दिया यह निर्देश

दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के लिए अलग-अलग जगहों से आए लोग अब लौटने लगे हैं
डीजीपी (DGP) मनोज यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस (Haryana Police) किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेगी. प्रदेश में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. दंगा करने वालों या अफवाहों के माध्यम से हिंसा भड़काने वालों को हिरासत में लेकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा
- News18Hindi
- Last Updated: January 27, 2021, 6:40 AM IST
चंडीगढ. गणतंत्र दिवस (Haryana Police) पर देश की राजधानी दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च (Tractor Rally) के दौरान हुई हिंसा और उपद्रव की घटनाओं को देखते हुए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) मनोज यादव ने हाई अलर्ट जारी करते हुए तमाम पुलिस कप्तानों (SP) को अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि दंगाइयों और उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए सभी पुलिस आयुक्तों, रेंज एडीजीपी/आईजी और जिला पुलिस अधीक्षकों को हाई अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है. साथ ही संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स लगा दी गई है. इतना ही नहीं पुलिस का खुफिया तंत्र भी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए है.
डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस अब किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेगी. प्रदेश में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. दंगा करने वालों या अफवाहों के माध्यम से हिंसा भड़काने वालों को हिरासत में लेकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुए हिंसक प्रकरण के बाद किसान अपने गंतव्य स्थान की ओर लौट रहे हैं. इसके लिए पुलिस को चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहने को कहा गया है. पुलिस सभी लोगों पर पैनी नजर रखते हुए उनकी वापिसी सुनिश्चित करेगी. इस दौरान अगर कोई भी सरकारी कार्यालयों, वाहनों और राज्य सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने या कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करता है तो पुलिस बल प्रयोग करने से नहीं हिचकेगी. राज्य पुलिस बल चौबीसों घंटे मुस्तैदी के साथ हाई रिस्क प्वाइंट्स पर गश्त भी करेगा.

सोशल मीडिया पर है पैनी नजर
मनोज यादव ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ असमाजिक तत्व अपना स्वार्थ साधने के लिए अफवाहों के माध्यम शांति भंग करने का भी प्रयास कर सकते हैं. इसके चलते पुलिस की सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर है. किसी भी प्रकार की भ्रांति फैलाने वाली, भड़काऊ, उकसाने वाली और अराजकता फैलाने वाली पोस्ट शेयर या फोरवर्ड की जाती है तो कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. डीजीपी ने कहा कि आमजन अफवाहों पर ध्यान न दें और नवीनतम जानकारी के लिए हरियाणा पुलिस की वेबसाइट और ट्विटर हैंडल को फाॅलो करें.
डीजीपी ने चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस अब किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेगी. प्रदेश में कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी. दंगा करने वालों या अफवाहों के माध्यम से हिंसा भड़काने वालों को हिरासत में लेकर उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुए हिंसक प्रकरण के बाद किसान अपने गंतव्य स्थान की ओर लौट रहे हैं. इसके लिए पुलिस को चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहने को कहा गया है. पुलिस सभी लोगों पर पैनी नजर रखते हुए उनकी वापिसी सुनिश्चित करेगी. इस दौरान अगर कोई भी सरकारी कार्यालयों, वाहनों और राज्य सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने या कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करता है तो पुलिस बल प्रयोग करने से नहीं हिचकेगी. राज्य पुलिस बल चौबीसों घंटे मुस्तैदी के साथ हाई रिस्क प्वाइंट्स पर गश्त भी करेगा.

हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने राज्य के सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों को दिल्ली से लौटने वाले किसानों के हंगामा और दंगा करने पर सख्ती से पेश आने का निर्देश दिया है
सोशल मीडिया पर है पैनी नजर
मनोज यादव ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ असमाजिक तत्व अपना स्वार्थ साधने के लिए अफवाहों के माध्यम शांति भंग करने का भी प्रयास कर सकते हैं. इसके चलते पुलिस की सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर है. किसी भी प्रकार की भ्रांति फैलाने वाली, भड़काऊ, उकसाने वाली और अराजकता फैलाने वाली पोस्ट शेयर या फोरवर्ड की जाती है तो कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. डीजीपी ने कहा कि आमजन अफवाहों पर ध्यान न दें और नवीनतम जानकारी के लिए हरियाणा पुलिस की वेबसाइट और ट्विटर हैंडल को फाॅलो करें.