चंडीगढ़. हरियाणा में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए देसी गाय की खरीद पर 25 हजार रूपये तक की सब्सिडी और जीवामृत का घोल तैयार करने के लिए चार बड़े ड्रम किसानों को नि:शुल्क दिए जाएंगे. प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को करनाल के डॉ. मंगलसेन सभागार में प्राकृतिक खेती पर आयोजित राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में इसकी घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार भी देसी गायों पर छूट देकर बड़ा कदम उठा रही है. उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि किसान अब जैव खेती का मतलब समझ रहे हैं. अब तक 1,253 किसानों ने रजिस्ट्रेशन किया है. उन्होंने कहा कि देश में हरियाणा पहला राज्य होगा, जहां प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की पहल की गई है. प्राकृतिक खेती का मूल उद्देश्य खानपान को बदलना है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें खाद्यान्न ही औषधि की धारणा को अपनाना होगा. इसके तहत फिलहाल प्रदेश की 50 हजार एकड़ भूमि में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा गया है. लोगों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए खंड स्तर पर प्रदर्शन प्लांट लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती का प्रदर्शन प्लांट लगाने वाले किसानों के लिए पोर्टल बनाया जाएगा. इस पर जमीन की पूरी जानकारी देने के साथ-साथ किसान स्वेच्छा से फसल विविधीकरण अपनाने के बारे में अवगत करवाएगा. इस प्रकार विभाग के पास पूरी जानकारी होगी तो उसकी आसानी से मॉनीटरिंग की जा सकेगी.
वहीं इस मौके पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा किसानों के हित में सोचते हैं और यही योजना बनाते हैं कि किसानों को कैसे समृद्ध किया जाएगा. दलाल ने कहा कि सरकार ने , मेरा पानी मेरी विरासत, भावंतर भरपायी योजना, जेसी नीतियां लागू कीं. इससे किसानों को उनकी फसल की पूरी कीमत मिलती है.
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