होम /न्यूज /हरियाणा /ये कैसी मां! आतंकी बेटे के कत्‍लेआम पर दी शाबासी

ये कैसी मां! आतंकी बेटे के कत्‍लेआम पर दी शाबासी

पठानकोट आतंकी हमले का पाकिस्‍तान कनेक्‍शन का एक और ठोस सबूत सामने आया है. हमले से पहले एक आतंकी ने पाकिस्‍तान में अपने परिजनों से मोबाइल पर बातचीत की थी.

पठानकोट आतंकी हमले का पाकिस्‍तान कनेक्‍शन का एक और ठोस सबूत सामने आया है. हमले से पहले एक आतंकी ने पाकिस्‍तान में अपने परिजनों से मोबाइल पर बातचीत की थी.

पठानकोट आतंकी हमले का पाकिस्‍तान कनेक्‍शन का एक और ठोस सबूत सामने आया है. हमले से पहले एक आतंकी ने पाकिस्‍तान में अपने ...अधिक पढ़ें

  • News18
  • Last Updated :

    पठानकोट आतंकी हमले का पाकिस्‍तान कनेक्‍शन का एक और ठोस सबूत सामने आया है. हमले से पहले एक आतंकी ने पाकिस्‍तान में अपने परिजनों से मोबाइल पर बातचीत की थी.

    इस बातचीत की पूरी डिटेल अब सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगी है. टाइम्‍स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पठानकोट हमले में शामिल छह आतंकियों में से एक आतंकी ने अपने परिजनों से हमले की साजिश और एयरबेस तक पहुंचने की सारी बातों का जिक्र किया. बातचचीत की ट्रांसस्क्रिप्‍ट कुछ ऐसी है.

    एक जनवरी, सुबह 9.20 बजे
    छह आतंकियों में से एक नासिर नामक आतंकवादी पाकिस्‍तान में एक मोबाइल नंबर 03000957212 पर कॉल करता है. यह फोन उसने अगवा एसपी सलविंदर सिंह के साथी राजेश वर्मा से छीना था. यह बातचीत लगभग 18 मिनट तक होती है. इस दौरान नासिर अपने भाई बाबर, चाचा और मां से बात करता है.

    नासिर: सलाम वालेकुम, मैं नासिर हूं.
    चाचा: वालेकुम सलाम, तुम कहां हो?
    नासिर: मैं किसी दूसरे मुल्‍क में हूं. मां कहां है?
    चाचा: लो बात करो अपनी मां से.
    मां: मेरे बेटे, तुम कहां हो? मुझे तुम्‍हारे बड़ी चिंता है.
    नासिर: हमलोग भारत में हैं. तुम्‍हारे बेटे ने दो काफिर की हत्‍या कर दी है. मैंने धारदार चाकू से उनके गले रेत दिए. अब हमलोग बड़े हमले की तैयारी में हैं. दूसरे साथी पकड़े जाने की डर से भयभीत थे. मैंने उन्‍हें समझाया कि भारत से डरने की कोई जरूरत नहीं है.
    मां: तू जाबांज है. तू साहसी है. अल्‍लाह तुम्‍हें जन्‍न्‍त दे.
    नासिर: मैंने तुम्‍हारी सिलाई की हुई जैकेट पहन रखी है. अब यही मेरा कफन बनेगा.
    मां: लेकिन तुम भारत कैसे पहुंचे?
    नासिर: हमलोगों ने बड़ा एसयूवी कार लैंडक्रूजर लिया, जिसने हमें बॉर्डर तक छोड़ दिया.
    मां: क्‍या तुमने कुछ खाया?
    नासिर: हमलोगों ने केवल कुछ ड्राईफ्रूट्स और चॉकेलेट के सिवा कुछ नहीं लिया.
    मां: क्‍या तुमने काफिरों को मार डाला?
    नासिर: मेरे पास अब ज्‍यादा बताने का वक्‍त नहीं है. यह मेरी आखिरी बातचीत है. मैं चाहता हूं कि इसे भविष्‍य के लिए तुम रिकॉर्ड कर रख लो.
    मां: मुझे नहीं पता ये कैसे करना है?
    नासिर: बाबर को रिकॉर्ड करना पता है.
    नासिर: बाबर, जब मेरे उस्‍ताद इस कामयाबी और मेरी शहादत की खुशखबरी देंगे तो तुम जरूर भोज देना.

    NIA को बड़े सुराग हाथ लगे
    इधर, आतंकी हमले की जांच कर रही एनआईए टीम को बड़े सुराग हाथ लगे हैं. अब तक नतीजों से यह साफ हो गया है कि एयरबेस के अंदर से किसी ने आतंकियों की मदद की थी.

    एजेंसियों का कहना है कि 10 फीट दीवार को फांदकर जिस संभावित जगह से आतंकी अंदर घुसे होंगे, वहां कटा हुआ तार मिला था. यह तय है कि ये तार अंदर ही मौजूद किसी शख्‍स ने काटे होंगे.

    उस जगह पर लाइट ठीक ढंग से काम नहीं कर रही थी. ऐसे में जानबूझकर आतंकियों ने उसी इलाके से दीवार फांदकर अंदर गए. अब फोरेंसिक रिपोर्ट से यह साफ हो जाएगा कि कटे हुए तार एयरबेस के अंदर मौजूद किसी शख्‍स ने काटे होंगे.

    टॉप स्टोरीज
    अधिक पढ़ें