पत्रकार छत्रपति हत्याकांड: रामचंद्र के बेटे की मांग, राम रहीम को दी जाए मौत की सजा

अंशुल छत्रपति
अंशुल के साथी और एडवोकेट लेखराज ढोट ने भी पत्रकार हत्याकांड में फांसी की सजा की मांग की है.
- News18 Haryana
- Last Updated: January 11, 2019, 11:14 AM IST
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में फैसला आने वाला है और हर किसी की नज़र कोर्ट के फैसले पर टिकी है. सवाल वही अब राम रहीम का और क्या होगा. रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति को इंसाफ का इंतज़ार है और उनकी मांग है कि राम रहीम को उसके गुनाहों के लिए मौत की सजा दी जाए.
अंशुल के साथी और एडवोकेट लेखराज ढोट ने भी पत्रकार हत्याकांड में फांसी की सजा की मांग की है. वहीं रामचंद्र छत्रपति साथी रहे वरिष्ठ पत्रकार सुरेंदर भाटिया और भूपिंदर पन्नीवालिया बताते हैं कि डेरे की ओर से रामचंद्र छत्रपति को कई बार धमकियां दी गईं. लेकिन रामचंद्र छत्रपति निडरता से पीड़ित साध्वियों की आवाज़ उठाते रहे और बाद में उऩकी हत्या करवा दी गई.
अब इंसाफ की घड़ी नज़दीक आ गई है.16 साल बाद पीड़ित परिवार का इंतज़ार खत्म हुआ है.ऐसे में ये देखना होगा कि रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में कोर्ट का क्या फैसला आता है. और क्या सलाखों के पीछे राम रहीम की ज़िंदगी और लंबी होती है.
ये भी पढ़ें:-राम रहीम के जेल जाने से पहले जहां सजती थी महफिल, आज उसी मायानगरी में पसरा है सन्नाटा
डेरा वाइस चेयरपर्सन ने ट्वीट कर की अपील, अफवाहों पर ना दें ध्यान
अंशुल के साथी और एडवोकेट लेखराज ढोट ने भी पत्रकार हत्याकांड में फांसी की सजा की मांग की है. वहीं रामचंद्र छत्रपति साथी रहे वरिष्ठ पत्रकार सुरेंदर भाटिया और भूपिंदर पन्नीवालिया बताते हैं कि डेरे की ओर से रामचंद्र छत्रपति को कई बार धमकियां दी गईं. लेकिन रामचंद्र छत्रपति निडरता से पीड़ित साध्वियों की आवाज़ उठाते रहे और बाद में उऩकी हत्या करवा दी गई.
अब इंसाफ की घड़ी नज़दीक आ गई है.16 साल बाद पीड़ित परिवार का इंतज़ार खत्म हुआ है.ऐसे में ये देखना होगा कि रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में कोर्ट का क्या फैसला आता है. और क्या सलाखों के पीछे राम रहीम की ज़िंदगी और लंबी होती है.
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