गणतंत्र दिवस पर होने वाली ट्रैक्टर परेड होगी ऐतिहासिक, सरकार को कृषि कानून लेने पड़ेंगे वापस: अभय चौटाला

इनेलो नेता अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के समर्थन में इस्तीफा भेजा है (फाइल फोटो)
अभय चौटाला (Abhay Chautala) ने कहा कि किसान आंदोलन की आंच देशभर में फैल चुकी है और केंद्र सरकार सरकार को कृषि कानून वापिस लेने के लिए मजबूर कर देंगे.
- News18 Haryana
- Last Updated: January 21, 2021, 11:35 AM IST
चरखी दादरी. इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला (Abhay Singh Chautala) ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को लागे करके किसानों के ट्रैक्टरों (Tractors) को खेतों की बजाए सड़क पर लाने को मजबूर कर दिया है. इन हालातों में जो सत्ता के लोभ में किसानों से गद्दारी कर रहे हैं, भविष्य में उनकी तीन पीढियां पंचायत चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगी. देश का किसान अब अपने हक के लिए कडक़ड़ाती ठंड में बैठकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहा है और गणतंत्र दिवस पर होने वाली ट्रैक्टर परेड ऐतिहासिक होगी. ऐसे में सरकार को मजबूर होकर कृषि कानून वापिस लेने पड़ेंगे.
बता दें कि अभय चौटाला बीती देर शाम बाढड़ा कस्बे में ट्रैक्टर यात्रा के साथ पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कस्बे में किसान धरनों पर पहुंचकर समर्थन दिया और गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड का निमंत्रण दिया. उन्होंने किसान धरनों को संबोधित करते हुए कहा कि अब कृषि कानूनों को वापिस कराने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ऩी है. वे स्वयं किसान हकों के लिए लगातार किसानों के साथ खड़े हैं.
अभय ने कहा कि किसान आंदोलन की आंच देशभर में फैल चुकी है और केंद्र सरकार सरकार को कृषि कानून वापिस लेने के लिए मजबूर कर देंगे. यहां पत्रकारों से बात करत हुए अभय चौटाला ने जजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर स्व. देवीलाल के वंशज की बात करने वालों में शर्म व लिहाज है तो सत्ता छोड़कर किसानों के साथ आएं. जो सिर्फ दिखावे के लिए किसानों के धरने पर गए हैं उन्हें सत्ता का लोभ छोडक़र खुलेमन से किसानों का साथ देना चाहिएं. किसानों से गद्दारी करने वाले राजनेताओं की भविष्य में तीन पीढिय़ां भी पंचायत चुनाव लड़ऩे योग्य नहीं रहेंगे.
अभय ने यह भी कहा कि वे विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद भी विधानसभा के दरवाजे पर खड़े होकर मजबूती से प्रदेश की अवाज उठाते रहेंगे. किसानों के साथ हो रहे अन्याय के चलते प्रदेश में सरकार का लगातार विरोध हो रहा है. ऐसे हालात रहे तो प्रदेश की सरकार भी गिरेगी और से प्याज व जूते भी खाएंगे.
बता दें कि अभय चौटाला बीती देर शाम बाढड़ा कस्बे में ट्रैक्टर यात्रा के साथ पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कस्बे में किसान धरनों पर पहुंचकर समर्थन दिया और गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड का निमंत्रण दिया. उन्होंने किसान धरनों को संबोधित करते हुए कहा कि अब कृषि कानूनों को वापिस कराने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ऩी है. वे स्वयं किसान हकों के लिए लगातार किसानों के साथ खड़े हैं.
अभय ने कहा कि किसान आंदोलन की आंच देशभर में फैल चुकी है और केंद्र सरकार सरकार को कृषि कानून वापिस लेने के लिए मजबूर कर देंगे. यहां पत्रकारों से बात करत हुए अभय चौटाला ने जजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर स्व. देवीलाल के वंशज की बात करने वालों में शर्म व लिहाज है तो सत्ता छोड़कर किसानों के साथ आएं. जो सिर्फ दिखावे के लिए किसानों के धरने पर गए हैं उन्हें सत्ता का लोभ छोडक़र खुलेमन से किसानों का साथ देना चाहिएं. किसानों से गद्दारी करने वाले राजनेताओं की भविष्य में तीन पीढिय़ां भी पंचायत चुनाव लड़ऩे योग्य नहीं रहेंगे.
अभय ने यह भी कहा कि वे विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद भी विधानसभा के दरवाजे पर खड़े होकर मजबूती से प्रदेश की अवाज उठाते रहेंगे. किसानों के साथ हो रहे अन्याय के चलते प्रदेश में सरकार का लगातार विरोध हो रहा है. ऐसे हालात रहे तो प्रदेश की सरकार भी गिरेगी और से प्याज व जूते भी खाएंगे.