उत्तर प्रदेश सरकार ने निकायों और जल निगमों की हड़ताल पर 6 महीने का बैन लगाया. (प्रतीकात्मक फोटो)
चरखी दादरी. ऑनलाइन कार्य करवाने व विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर (Anganwadi Workers and Helper) फिर से सड़क़ों पर उतर आई. उन्होंने दादरी के लघु सचिवालय के समक्ष धरना देकर रोष प्रदर्शन (Protest) किया. इस दौरान ऑनलाइन कार्य थोपने, बढ़ाया वेतन नहीं मिलने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बाद में तहसीलदार को सीएम के नाम मांग पत्र सौंपते हुए फिर से हड़ताल पर जाने का अल्टीमेटम दिया.
आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्परों की मीटिंग जिला प्रधान राजवंती फौगाट की अध्यक्षता में हुई. मीटिंग में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि सरकार द्वारा ऑनलाइन एप के द्वारा कार्य करवाया जा रहा है. जबकि उनको इस बारे कोई मेहनताना नहीं दिया जाएगा. ऐसे में ऑनलाइन कार्य करने का विरोध करते हुए अन्य मांगों के संदर्भ में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया.
मीटिंग के बाद आंगनबाड़ी वर्करों ने सड़क़ों पर उतरते हुए सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. उन्होंने लघु सचिवालय पहुंचकर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. जिला प्रधान राजवंती फौगाट व प्रेम अचिना ने संयुक्त रूप से कहा कि एक तरफ तो सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और दूसरी तरफ आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर के काम में लगी महिलाओं का शोषण किया जा रहा है. उन्हें न तो समान वेतन दिया जा रहा है और न ही आंगनबाड़ी का बजट जारी किया जा रहा है.
भाजपा ने चुनाव के समय आंगनबाड़ी वर्करों से कई वादे किए थे, लेकिन वे आज तक पूरे नहीं हुए, इससे उनमें रोष है. इस बार वे सरकार के आश्वासनों में आने वाली नहीं है. जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
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Tags: Haryana politics, Manohar Lal Khattar, Protest
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