जींद. हरियाणा में रोडवेज बस के कंडक्टर (Haryana Roadways Bus Conductor) ने मिसाल पेश करते हुए एक बच्चे को अशिक्षित होने से बच्चा लिया. कंडक्टर का नाम नरेंद्र है, जिसने तीन लाख 42 हजार रुपये से भरा बैग असली मालिक को लौटाकर ईमानदारी (Honesty) का परिचय दिया. दरअसल रोडवेज बस में एक यात्री बैग भूल गया, जिसमें 3.42 लाख रुपये थे. ये बैग परिचालक नरेंद्र को मिला. उसने यात्री को ये राशि वापस लौटा दी
बता दें कि रविवार अलसुबह जींद से चंडीगढ़ के लिए बस निकली जिसमें चालक विजय चहल और परिचालक नरेंद्र थे. रास्ते में नगूरां गांव का राजेश बस में बैग लेकर चढ़ा. चंडीगढ़ बस स्टैंड से पहले राजेश नीचे उतर गया लेकिन अपना बैग बस में ही भूल गया. बस अड्डे पर पहुंचकर बस से सभी यात्री उतरे तो चालक विजय की नजर बैग पर पड़ी और उसने बैग उठा लिया.
उसने बैग परिचालक नरेंद्र को दे दिया, जिसने बैग खोलकर देखा तो इसमें करीब तीन लाख 42 हजार रुपये और कुछ दूसरा सामान था. इस पर उन्होंने बैग को संभालकर रख लिया. बैग की तलाश में नगूरां निवासी राजेश बस अड्डे पर पहुंच तो उसने पूछताछ के बाद बैग उसे लौटा दिया.
पैसों से भरा बैग मिलने के बाद राजेश ने ये बैग अपने पास संभाल कर रख लिया, ताकि जिसका बैग है, उसे वापस लौटाया जा सके. तभी यात्री राजेश अपने बैग की तलाश में बस स्टैंड पर पहुंचा. परिचालक नरेंद्र ने उसे बैग थमाया और तसल्ली के लिए बैग के अंदर रखे पैसे गिनवाए. बैग और पूरे पैसे मिलने पर राजेश ने राहत की सांस ली और परिचालक नरेंद्र का आभार जताया.
नरेंद्र ने बताया कि राजेश का बेटा चंडीगढ़ किसी शिक्षण संस्थान में पढ़ता है. उसकी फीस जमा कराने के लिए राजेश बैग में 3.42 लाख रुपये डालकर ले गया था. चंडीगढ़ में एक चौक पर उतरते समय उसने अपने बैग की बजाय दूसरा बैग उठा लिया. वो बैग किसी छात्र का था, जो परीक्षा देने के लिए जा रहा था.
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