Indian Army Day 2021: सेना दिवस पर हरियाणा के 51 युवाओं ने किया देहदान करने के लिए आवेदन

हरियाणा के युवाओं नेे लिया ये संकल्प
Indian army day 2021: राहुल के अनुसार 15 जनवरी को सेना दिवस होता है और इसके उपलक्ष्य में यह अभियान शुरू किया गया है. भविष्य में भी शहीदों की जयंती व शहादत दिवस पर यह आवेदन किए जाएंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 15, 2021, 11:00 PM IST
जींद. हरियाणा के जींद (Jind) जिले में युवाओ ने मिलकर सेना दिवस (Army Day) के मौके पर अच्छी पहल की है. जिले के हाडवा गांव निवासी 25 वर्षीय राहुल ने युवाओं में नई चेतना जगाने के लिए अभियान चलाया है. इसके तहत राहुल ने पिछले करीब एक महीने में 51 ऐसे युवाओं को तैयार किया, जिन्होंने अपनी देह दान करने का फैसला किया है. इसके लिए सभी युवाओं ने दिल्ली की एक संस्था के साथ जुड़ कर शरीर दान करने के फार्म भर दिए हैं. राहुल के पिता का हैचरी का व्यवसाय है. इसमें राहुल सक्रिय रहता है.
मूल रूप से हाडवा गांव निवासी राहुल फिलहाल जींद में ही रहते हैं और रोहतक के सीआर कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं. राहुल के अनुसार लंबे समय से मन में एक बात चल रही थी कि मरने के बाद व्यक्ति के शरीर को जला दिया जाता है. यह किसी के काम आ सकता है. यह विचार मन में तो रहा, लेकिन समाज की सीमओं के चलते किसी से सांझा नहीं कर पाया.
करीब एक महीना पहले राहुल ने अपने दोस्तों से बातचीत शुरू की तो इसके सकारात्मक परिणाम आए. राहुल के अनुसार उन्होंने अपने दोस्तों में इस विषय का जिक्र किया तो सभी ने उनके विचार की सराहना की और इस अभियान में जुडऩे की इच्छा जताई. इससे काफी हौसला मिला और अब 51 ऐसे लोग तैयार हो गए, जिन्होंने अपना शरीर दान करने के लिए फार्म भर दिया है.सेना दिवस के उपलक्ष्य में की शुरूआत
राहुल के अनुसार 15 जनवरी को सेना दिवस होता है और इसके उपलक्ष्य में यह अभियान शुरू किया गया है. भविष्य में भी शहीदों की जयंती व शहादत दिवस पर यह आवेदन किए जाएंगे. इसके अलावा अभियान लगातार जारी रहेगा. इसके लिए फेसबुक पेज पर ऐसे लोगों को जोड़ा जाएगा, जो अंग दान करना चाहते हैं.
मूल रूप से हाडवा गांव निवासी राहुल फिलहाल जींद में ही रहते हैं और रोहतक के सीआर कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं. राहुल के अनुसार लंबे समय से मन में एक बात चल रही थी कि मरने के बाद व्यक्ति के शरीर को जला दिया जाता है. यह किसी के काम आ सकता है. यह विचार मन में तो रहा, लेकिन समाज की सीमओं के चलते किसी से सांझा नहीं कर पाया.
करीब एक महीना पहले राहुल ने अपने दोस्तों से बातचीत शुरू की तो इसके सकारात्मक परिणाम आए. राहुल के अनुसार उन्होंने अपने दोस्तों में इस विषय का जिक्र किया तो सभी ने उनके विचार की सराहना की और इस अभियान में जुडऩे की इच्छा जताई. इससे काफी हौसला मिला और अब 51 ऐसे लोग तैयार हो गए, जिन्होंने अपना शरीर दान करने के लिए फार्म भर दिया है.सेना दिवस के उपलक्ष्य में की शुरूआत
राहुल के अनुसार 15 जनवरी को सेना दिवस होता है और इसके उपलक्ष्य में यह अभियान शुरू किया गया है. भविष्य में भी शहीदों की जयंती व शहादत दिवस पर यह आवेदन किए जाएंगे. इसके अलावा अभियान लगातार जारी रहेगा. इसके लिए फेसबुक पेज पर ऐसे लोगों को जोड़ा जाएगा, जो अंग दान करना चाहते हैं.