कैथल. हरियाणा कैथल (Kaithal) जिला पशु प्रेम के लिए पिछले काफी समय से जाना जाता है. सुल्तान झोटे की मौत के बाद जिले के पशु प्रेमियों में शौक की लहर दो गई थी. वहीं अब सुल्तान के गांव के साथ लगते एक गांव में सांड की मौत के बाद ग्रामीण दुखी हैं. हरियाणा में सांड खागड़ भी कहा जाता है. जिले के गांव बाबा लदाना में एक सांड की मौत (Bull Death) के बाद उसका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
ये सांड गांव बाबा लदाना में बचपन से रहता था. गांव वालों ने इसे बड़े लाड़-प्यार से पाला था. कुछ दिन पहले ही ये सांड बीमार हुआ था. जिसकी वजह से कल उसकी मौत हो गई. उसकी मौत की खबर सुन पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. हालांकि गाँव वालों ने बीमारी के दौरान इसकी खूब सेवा भी की लेकिन उम्रदराज होने के कारण वो इसे बचा नहीं पाए.
भजन गाकर सांड की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की
गांव वालों का सांड की मौत के बाद भी इसके प्रति प्रेम काम नहीं हुआ. गांव वालों ने पूरे सम्मान के साथ सांड़ का अंतिम संस्कार किया. पूरा गांव अंतिम संस्कार में शामिल हुआ. जिस तरह से एक सन्यासी की विदाई की जाती है वैसे ही खागड़ को भी अंतिम विदाई दी गई. ग्रामीणों ने अंतिम यात्रा में फूल बरसाकर विदाई दी तो महिलाओं ने भी भजन गाकर सांड की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
बछड़े को इसकी पदवी दी जाएगी
अंतिम यात्रा के दौरान का नजारा इस तरह का था की जैसे कोई राजनेता अपनी अंतिम यात्रा के लिए ले जाया जा रहा हो. पूरे सम्मान के साथ खागड़ का अंतिम संस्कार किया गया. वैसे भी हरियाणा में खागड़ को ग्राम देवता के रूप में देखा जाता है. गांव वालों ने कहा की ये बहुत शरीफ था और गांव वालों के लिए बड़े दुःख का विषय है. लेकिन फिर भी हर नम आंख से और सम्मान के साथ विदाई दी गई. इसको बचपन से गांव वालों ने सांझे तौर पर पाला था. यहां अब इसके बछड़े को इसकी पदवी दी जाएगी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Bull, Bull Attack, Haryana news