करनाल. हरियाणा के करनाल स्थित नेशनल हाइवे पर कर्ण लेक के पास स्थित शहीद फौजी के ढाबे को तोड़ने के लिए नगर निगम के अधिकारी पहुंच गए. यह बताया जा रहा है कि जैसे ही करनाल नगर निगम (Karnal Municipal Corporation) दल बल के साथ फौजी ढाबा (Fauji Dhaba) को तोड़ने पहुंचा तब इस घटना की सूचना पाते ही ढाबे के मालिक सहित पूर्व फौजी और कर्मचारी संघ के सदस्य व राजनीति से जुड़े कार्यकर्ता वहां पहुंच गए. इनलोगों ने ढाबे को तोड़े जाने का जबरदस्त विरोध (Protest) किया.
विरोध करते हुए इन्होंने कहा कि ढाबा को तोड़ने के लिए नगर निगम के पास कोई भी दस्तावेज (Documents) नहीं है, जबकि उनके पास ढाबे की रजिस्ट्री (Registry) भी मौजूद है. गौरतलब है कि यह ढाबा पिछले 35 साल से यहां चलाया जा रहा है.
वहीं पूर्व फौजी (Ex-Servicman) के पक्ष में जमा हुए फौजियों ने कहा कि इस ढाबे के पीछे एक दाना पानी रेस्टोरेंट है, उसकी मदद करने के लिए ही ये सब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि फौजियों के साथ ऐसा भद्दा मजाक नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारी करेंगे तो उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी.
मौके पर पहुंचे तहसीलदार (Depositary) महेंद्र सिंह ने बताया कि वह ढाबे को सील करने के लिए पहुंचे थे मगर अब दोनों तरफ से बातचीत की जाएगी. फिर जो भी फैसला होगा उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. यहां मौजूद सदर थाना के एसएचओ बलजीत सिंह ने कहा कि करनाल हाईवे पर ढाबे को सील करना था, इसके लिए नगर निगम के कर्मचारियों को पुलिस प्रोटेक्शन दी गई है. उन्होंने कहा कि उनका काम कानून व्यवस्था को बनाए रखना और इसकी ही उन्होंने व्यवस्था की है.
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FIRST PUBLISHED : September 05, 2019, 14:13 IST