करनाल. हरियाणा के करनाल के अस्पताल में जींद के गांव खरक गादिया के सरपंच प्रतिनिधि की इलाज के दौरान मौत हो गई. दो दिन पहले सरपंच प्रतिनिधि प्रगट सिंह (35) ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था. परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव के व्यक्ति ने उस पर एससी एसटी एक्ट के तहत झूठ केस दर्ज करवाया था. इस सदमे में परेशान होकर सुसाइड किया है. जींद पुलिस परिजनों की शिकायत पर कार्रवाई को अमल में लाकर शव का करनाल के कल्पना चावला के शवगृह से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया.
परिजनों ने बताया कि कुछ समय पहले गांव का एक शख्स गांव के शमशाम में तांत्रिक क्रिया कर रहा था. गांव के लोग उसको रोकने के लिए वहां पर पहुंचे. वहां पर सरपंच प्रतिनिधि होने के कारण नाते प्रगट सिंह को बुलाया. उन्होंने मौके पर पुलिस बुला ली. पुलिस ने तांत्रिक के बयान पर गांव के 10 लोगों के खिलाफ एससी-एसटी के तहत केस दर्ज किया. सरपंच प्रतिनिधि प्रगट सिंह की हाई कोर्ट से जमानत हो गई है.
घटना के बाद से था परेशान
इस हादसे से प्रगट सिंह काफी परेशानी में चला गया और अकेला रहने लगा. पिछले डेढ़ महीने से किसी भी कार्यक्रम में नहीं जा रहा था. उनके परिवार में इस दौरान चार शादी हुई और किसी को भी प्रगट सिंह ने अटेंड नहीं किया. दो दिन पहले अचानक उन्हें पता चला कि उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया है, जो उसे अस्पताल लेकर आ रहे थे, उन्हें कहा कि वो एससी एसटी के झूठे केस के कारण सुसाइड कर रहा है. उसकी मौत का जिम्मेदार केस दर्ज करवाने वाला व्यक्ति है. मृतक की 1 साल की 1 लड़की है. फिलहाल परिवार मातम में है और परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है.
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Tags: Haryana police, Suicide Case