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मेवात में डेंगू का डंक, बिसरू गांव में बुखार से 3 बच्चों की मौत, गांव में दहशत

हरियाणा के एक गांव में डेंगू बुखार से 3 बच्चों की मौत के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची है.

हरियाणा के एक गांव में डेंगू बुखार से 3 बच्चों की मौत के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची है.

Dengue Fever in Mewat: बिसरू गांव में बच्चों में डेंगू के लक्षण मिलने के बाद इलाज दूसरे शहरों के निजी अस्पतालों में करा ...अधिक पढ़ें

मेवात. हरियाणा के मेवात में डेंगू बुखार का कहर बरपा है. जिले के गांव बिसरू में डेंगू से 3 बच्चों की मौत हो गई है. इससे गांव में दशहत फैल गई है. गांव के लोगों का आरोप लगाया है कि सूचना देने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में नहीं पहुंच रही है. जानकारी के मुताबिक, पुन्हाना उपमंडल के बिसरू गांव में डेंगू से 3 बच्चों की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुध नहीं ली है. गांव के करीब दर्जन भर बच्चे अब भी डेंगू से पीड़ित हैं, जिसका इलाज पलवल, फरीदाबाद व अलवर के निजी अस्पतालों में चल रहा है. वहीं गांव में बच्चों के डेंगू की चपेट में आने से ग्रामीण दहशत में हैं.

ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जानकारी होने के बाद भी अभी तक गांव नहीं पहुंची और ना ही डेंगू की रोकथाम के लिए कोई उपाय किये गये. डेंगू से जिदंगी की जंग हारने वाले आफताब के पिता यूनूस ने बताया कि कुछ दिनों पहले उसके पुत्र को बुखार आया था. बुखार की दवा दिलाने के बाद भी जब उसके स्वास्थ्य मे सुधार नहीं हुआ तो उन्होंने उसे नल्हड के मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. ऐसा ही दर्द सुहालिया के पिता आकिल का है. आकिल ने बताया कि दो वर्ष की पुत्री को डेंगू हो गया था. जांच के बाद उसकी प्लेलेटस कम होने लगी और उसकी मौत हो गई.

बिसरू गांव में अभी दर्जनों बच्चे और युवा डेंगू से पीड़ित हैं. गांव के जासिम ने बताया कि गांव में प्रत्येक परिवार में कोई ना कोई सदस्य बुखार की चपेट में है. उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार गांव के सरपंच सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचित किया लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अगर प्रशासन जल्दी नहीं चेता तो गांव में डेंगू से मौत के आंकड़ों में इजाफा हो सकता है.

वहीं शनिवार को पुन्हाना दौरे पर आये स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. डीएन बागडी ने भी प्रवर चिकित्सा अधिकारी को गांव में टीम भेजने के साथ साथ गांव में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच के आदेश दिये हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव में सर्वे कर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करें करने के भी निर्देश दिये गये थे, लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव नहीं पहुंचा है.

निजी अस्पतालों में करा रहे इलाज
बिसरू गांव में बच्चों में डेंगू के लक्षण मिलने के बाद इलाज दूसरे शहरों के निजी अस्पतालों में कराया जा रहा है. बिसरू के उपरला मौहल्ले में अभी भी दर्जन भर बच्चे डेंगू से पीडित हैं. डेंगू का इलाज करा रहे बच्चों में अफनान पुत्र यूनूस, अनस पुत्र मुस्तकीम, जावेद पुत्र उमर मोहम्मद, साकिब पुत्र जाशिम, अंजूमन पुत्री इरशाद, मोहम्मद पुत्र इसाक, फरहान पुत्र जावेद फरीद आलम पुत्र रत्ती खां हैं. जबकि इसी मोहल्ले के एक बुजुर्ग सहाबुद्दीन भी डेंगू से पीड़ित है.

Tags: Dengue alert, Dengue fever, Haryana news, Mewat

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