नूंह. स्टेट विजलेंस की टीम ने कैब1500 रुपये की रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. पटवारी की पहचान रामदेव पुत्र प्रभाती लाल निवासी गांव बिछौर के रूप में हुई है. विजिलेंस टीम ने मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी पटवारी की तलाश की जा रही है.
दरअसल पुन्हाना खंड के गांव डूडौली निवासी इसलाम पुत्र भूरेखां अपने पिता की विरासत रिकॉर्ड में चढ़वाने के लिए कई दिनों से अपने गांव डूडौली के पटवारी विनोद के चक्कर काट रहा था. गत 24 मई को इस्लाम के पिता भूरे खां की मौत के बाद विरासत चढ़ाने की एवज में विनोद पटवारी पीड़ित से 1500 रुपये मांग रहा था. जिसकी शिकायत इस्लाम ने विजिलेंस विभाग के अधिकारियों से की. जिसके बाद इस्लाम पटवारी विनोद को 1500 रुपये देने को राजी हो गया.
जब पटवारी रिश्वत के पैसे लेने को तैयार हो गया तो शिकायकर्ता इसलाम ने इस बारे में स्टेट विजिलैंस टीम नूंह को सूचना दी गई. इसके बाद एक टीम गठित की गई, जिसमें डयूटी मजिस्ट्रेट पीडल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता शमसेर सिंह व गवाह कनिष्ठ अभियंता अरशद को बनाया गया. शिकायतकर्ता इसलाम ने पटवारी विनोद को फोन कर कहा कि वह आपके कार्यालय पर 1500 रुपये लेकर आ रहा है, अब उसका काम कर दो.
विनोद पटवारी ने इस्लाम से कहा कि वह आज किसी कार्य से बाहर चला गया है 1500 रुपये उसके साथी पटवारी रामदेव को दे देना. उसके बाद इस्लाम ने विनोद पटवारी के रिश्वत के 1500 रुपये रामदेव को दिए इसके तुरंत बाद स्टेट विजलेंस की टीम ने पटवारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. यानी रामदेव नाहक ही विनोद पटवारी के रिश्वत के पैसे लेने के चक्कर मे फंस गया. उसके बाद विजिलेंस टीम आरोपी पटवारी को पुन्हाना से नूंह में स्टेट विजलेंस के उपकेंद्र पर लेकर चली गई.
स्टेट विजिलेंस नूंह उपकेंद्र प्रभारी इंस्पेक्टर जयपाल ने बताया कि उक्त आरोपी पटवारी को पुन्हाना से उनकी टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जबकि मुख्य आरोपी विनोद पटवारी फरार है. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
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