पलवल. हरियाणा के पलवल SP की कार बिहार के अरवल जिला (Arwal District) में शराब तस्करी (Liquor Smuggling) में पकड़ी गई थी, जिसके बाद पलवल पुलिस (Pawal Police) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके स्पष्टीकरण दिया है. DSP हेडक्वार्टर अनिल कुमार ने कहा कि शराब तस्करी में पकड़ी गई गाड़ी को पुलिस ने 3 साल पहले नीलामी के दौरान बेच दिया था. खरीददार ने गाड़ी को अपने नाम नहीं करवाया और गाड़ी को किसी और व्यक्ति को बेच दिया. नीलामी की कार्रवाई उपायुक्त कार्यालय के माध्यम की जाती है. इसलिए पुलिस विभाग का इससे कार से कोई संबंध नहीं है.
वहीं, बिहार के अरवल जिला में शराब तस्करी में पकड़ी गई पलवल एसपी की कार के बाद यहां की पुलिस हरकत में आ गई है. डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल कुमार ने बताया कि शराब तस्करी से पलवल पुलिस का कोई संबंध नहीं है. जो गाड़ी शराब तस्करी ने बिहार के अरवल जिले से पकड़ी गई है. उस गाड़ी को 3 साल पहले 20 फरवरी 2019 को नीलाम कर दिया था. बिना गाड़ी को नाम करवाये चलाना कानूनी अपराध है, जिसके चलते खरीददार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कार से बरामद हुई थी 300 लीटर शराब
आपको बता दें कि बिहार के अरवल जिला के मेंहदिया थाना अंतर्गत शनिवार को एक स्विफ्ट डिजायर ट्रैक्टर की टक्कर से दुर्घटनाग्रस्त हो गई. सूचना मिलने पर मेंहदिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो कार से 300 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद हुई थी. मौके से कार चालक फरार हो गया था. बिहार पुलिस ने जांच की तो कार पलवल एसपी के नाम से रजिस्टर मिली. जिसकी अवधि 16 जनवरी 2027 तक है.
पलवल एसपी और अज्ञात के खिलाफ दर्ज है केस
4 अगस्त 2021 को गाड़ी का इंसोरेंस ख़त्म हो चुका है, स्विफ्ट डिजायर गाड़ी का नंबर एचआर -30 के-0111 है और बिहार के अरवल जिले से मेंहदिया थाना पुलिस ने कार मालिक पलवल एसपी व अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि नीलामी के तहत एसपी पलवल की गाड़ी को हिसार निवासी अमित कुमार को एक लाख 42 हजार रुपये में बेचा गया था. नीलामी के दौरान कानूनी प्रक्रिया अपनाई थी. नीलामी के कागजात आज भी पुलिस रिकॉर्ड में जमा है. नीलामी का कार्य उपायुक्त कार्यालय द्वारा किया जाता है. कार्यालय की तरफ से नीलामी पत्र भी जारी कर दिया गया है.
अब पलवल पुलिस करेगी खरीदार पर कार्रवाई
DSP ने बताया कि कार खरीददार अमित कुमार ने गाड़ी को अपने नाम नहीं करवाया, जिससे तीन साल से गाड़ी पलवल एसपी के नाम से चल रही है, जिसके लिए खरीददार पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि एसपी के नाम पर गाड़ी का पंजीकरण होने के चलते पिछले तीन साल शराब तस्कर बड़ी आसानी से शराब तस्करी का कार्य कर रहे थे. हालांकि मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. गिरफ्तारी होने के बाद मामले का खुलासा हो पाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Bihar News, Haryana police, Illegal liquor, Palwal news