एटीएम उखाड़ कर ले जाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह ज्यादातर उन एटीएम को अपना निशाना बनाता है जिन पर रात के समय स्कियोरिटी गार्ड मौजूद नहीं रहता. गिरोह द्वारा पहले उसी क्षेत्र से एक ऐसी गाड़ी को चोरी किया जाता है, जिसमें वे एटीएम मशीन को आसानी से ले जा सके.
पलवल के हसनपुर थाना क्षेत्र से एक महिने पूर्व लाखों रुपये के कैश से भरी एटीएम मशीन को उखाड़ कर ले जाने वाले गिरोह के दो आरोपियों को अपराध जांच शाखा पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि गिरोह के सरगना सहित पांच-छह अन्य आरोपी अभी फरार हैं. दोनों आरोपियों से तीन दिन के पुलिस रिमांड अवधि के दौरान एटीएम मशीन के कुछ टुकड़े व 49,950 रुपये की नकदी को बरामद किया गया. पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार दोनों आरोपी गिरोह के सरगानों के साथ पहले से पैसे तय करके कार्य करते थे. इसकी एवज में उन्हें 50-50 हजार रुपये दिए जाते थे.
हसनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एचडीएफसी बैंक के प्रबंधक जगेश कुमार ने हसनपुर थाना पुलिस को 12 जनवरी को शिकायत दर्ज कराई थी कि 11 जनवरी की रात को एटीएम मशीन पर सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं था. उसी का फायदा उठाकर कुछ लोग रात के समय एटीएम मशीन को उखाड़ कर ले गए. बैंक अधिकारी के मुताबिक उस समय मशीन में 31 लाख, 90 हजार, 700 रुपये कैश था. शुरुआती जांच में कुछ भी सामने नहीं आने पर जिला पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार कौशिक द्वारा मामले की जांच सीआईए इंचार्ज सुरेश भड़ाना को दी गई.
जांच मिलने के बाद इंचार्ज सुरेश भड़ाना की टीम ने 9 फरवरी की रात को गश्त के दौरान हथीन रोड पर पीयूष सिटी के पास दो व्यक्ति संदिग्धों को एक देशी कट्टा व लोहे के सरिया सहित गिरफ्तार किया. शमीम निवासी गांव धौज (फरीदाबाद) व अकबर निवासी उटावड़ ने गहन पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने व उनके गिरोह के पांच-छह अन्य लोगों ने मिलकर हसनपुर थाना क्षेत्र से एटीएम मशीन उखाड़ा था. गिरोह के सरगना गांव खरखड़ी (नूंह) निवासी अडवानी ने लूट के बाद उन दोनों को 50-50 हजार दिए थे.
आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह ज्यादातर उन एटीएम को अपना निशाना बनाता है जिन पर रात के समय स्कियोरिटी गार्ड मौजूद नहीं रहता. गिरोह द्वारा पहले उसी क्षेत्र से एक ऐसी गाड़ी को चोरी किया जाता है, जिसमें वे एटीएम मशीन को आसानी से ले जा सके. उसके बाद गैस कटर के माध्यम से एटीएम मशीन को उखाड़ा जाता है और थोड़ी दूर जाकर कैश बॉक्स निकाल मशीन को फेंक दिया जाता है. गिरोह के सरगना अडवानी व बिल्लू उन्हें झाड़ी देकर मशीन में कैश रखने वाले बाक्स को अपनी दूसरी गाड़ी में रखकर ले जाते हैं.यह भी देखें - PHOTOS: कभी रिक्शा चलाने को मजबूर हो गया था ये किसान, ऐसे बना करोड़पति
यह भी पढ़ें - सोहना में दिन दहाड़े युवक का अपहरण, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
हसनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एचडीएफसी बैंक के प्रबंधक जगेश कुमार ने हसनपुर थाना पुलिस को 12 जनवरी को शिकायत दर्ज कराई थी कि 11 जनवरी की रात को एटीएम मशीन पर सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं था. उसी का फायदा उठाकर कुछ लोग रात के समय एटीएम मशीन को उखाड़ कर ले गए. बैंक अधिकारी के मुताबिक उस समय मशीन में 31 लाख, 90 हजार, 700 रुपये कैश था. शुरुआती जांच में कुछ भी सामने नहीं आने पर जिला पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार कौशिक द्वारा मामले की जांच सीआईए इंचार्ज सुरेश भड़ाना को दी गई.
जांच मिलने के बाद इंचार्ज सुरेश भड़ाना की टीम ने 9 फरवरी की रात को गश्त के दौरान हथीन रोड पर पीयूष सिटी के पास दो व्यक्ति संदिग्धों को एक देशी कट्टा व लोहे के सरिया सहित गिरफ्तार किया. शमीम निवासी गांव धौज (फरीदाबाद) व अकबर निवासी उटावड़ ने गहन पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने व उनके गिरोह के पांच-छह अन्य लोगों ने मिलकर हसनपुर थाना क्षेत्र से एटीएम मशीन उखाड़ा था. गिरोह के सरगना गांव खरखड़ी (नूंह) निवासी अडवानी ने लूट के बाद उन दोनों को 50-50 हजार दिए थे.
आरोपियों ने बताया कि उनका गिरोह ज्यादातर उन एटीएम को अपना निशाना बनाता है जिन पर रात के समय स्कियोरिटी गार्ड मौजूद नहीं रहता. गिरोह द्वारा पहले उसी क्षेत्र से एक ऐसी गाड़ी को चोरी किया जाता है, जिसमें वे एटीएम मशीन को आसानी से ले जा सके. उसके बाद गैस कटर के माध्यम से एटीएम मशीन को उखाड़ा जाता है और थोड़ी दूर जाकर कैश बॉक्स निकाल मशीन को फेंक दिया जाता है. गिरोह के सरगना अडवानी व बिल्लू उन्हें झाड़ी देकर मशीन में कैश रखने वाले बाक्स को अपनी दूसरी गाड़ी में रखकर ले जाते हैं.यह भी देखें - PHOTOS: कभी रिक्शा चलाने को मजबूर हो गया था ये किसान, ऐसे बना करोड़पति
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Updated: September 24, 2018 11:31 PM ISTVIDEO: अपनी फेसबुक पोस्ट के कारण पकड़े गए दो लुटेरे