सुमित भारद्वाज
पानीपत. मुंबई में इंडियन नेवी डॉकयार्ड (Naval Dockyard) पर INS रणवीर (INS Ranveer) में हुए ब्लास्ट में पानीपत जिले के गांव सुताना का रहने जवान कृष्ण कुमार भी वीरगति को प्राप्त हो गए. शहीद कृष्ण कुमार (Krishn Kumar) का वीरवार को उनके पैतृक गांव सुताना (Panipat) में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जहां नेवी और हरियाणा पुलिस (Navy and Haryana Police) के जवानों ने सशस्त्र सलामी दी.
दोपहर बाद पालम एयरपोर्ट से सिवाह पंहुचे उनके पार्थिव शरीर को सैन्य वाहन में भारत माता की जय के जयघोष के साथ उनके पैतृक गांव सुताना ले जाया गया, जहां उनके बड़े बेटे अभिषेक ने उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्रि दी. शहीद अंतिम विदाई में भारी जनसैलाब भी उमड़ा. कृष्ण कुमार के शहीद होने की खबर से पूरे गांव ने मातम में पसर गया.
बेटे ने कहा- पिता के नक्शेकदम पर चलूंगा
शहीद कृष्ण कुमार के बड़े बेटे ने कहा मुझे अपने पिता पर की शहादत पर गर्व है, जो देश के लिए शहीद हुए हैं. आगे मैं भी अपने पिता के लक्ष्य कदम पर चलते हुए उनके सपने को पूरा करूंगा और फौज की नौकरी को ज्वाइन करूंगा. अपने पिता का नाम रोशन करूंगा. फिलहाल वह MBA कर रहा है और साथ के साथ डिफेंस की तैयारी भी कर रहा है.
किशोर कुमार के सगे भतीजे रघु ने कहा कि उनका परिवार काफी लंबे समय से आर्मी से जुड़ा हुआ है. और वह देश सेवा करते रहे हैं उन्होंने कहा कि फिलहाल वह भी इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात है साथियों ने बताया कि देश की सेवा करते हुए उनके पिता भी वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं. उनके पिता और उनके चाचा का सपना था कि उनके बच्चे आगे जाकर बड़े पदों पर रहकर देश की सेवा करें. और उनको भी इंडियन आर्मी जॉइन करने के लिए उनके चाचा ने ही प्रोत्साहित किया था जिसके चलते वह खिलाड़ी इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात है.
वहीं ग्रामीण राज ने कहा कि शहीद कृष्ण कुमार का परिवार काफी लंबे समय से देश सेवा कर रहा है और देश सेवा करते हुए शहादत विदेश का है. ग्रामीणों की मांग है कि गांव में इनके नाम से उनके परिवार के नाम से शहीद स्मारक बनाया जाए.
उपायुक्त सुशील सारवान ने कृष्ण कुमार के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने वीरगति को प्राप्त हुए नौसेना में एमसीपीओ-1 के पद पर तैनात कृष्ण कुमार को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सैनिक पूरे देश का बेटा होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा जो गांव में शहीद स्मारक बनाने की डिमांड रखी गई है उसको जल्द ही पूरा किया जाएगा और कृष्ण कुमार के नाम से शहीद स्मारक बनाया जाएगा. साथ ही गांव में जो स्टेडियम बनाया जा रहा है उसका भी नामकरण कृष्ण कुमार के नाम पर किया जाएगा.
वही पार्थिक शरीर के साथ गांव पहुंचे इंडियन नेवी की लास्ट डेट शिवम पांडे ने कहा कि यह अचानक से हादसा हुआ था जिसमें कृष्ण कुमार भी शहीद हो गए. और इस पूरे मामले की जांच के लिए जांच कमेटी बैठा दी गई है. बता दें कि कृष्ण कुमार का परिवार सेना से जुड़ा रहा है. इनके पिता गोपीचंद भी सेना में रहे. इनके एक भाई विष्णुदत्त भी सेना में थे जो लगभग 8 वर्ष पूर्व वीरगति को प्राप्त हुए थे.
वीरगति को प्राप्त हुए कृष्ण कुमार के दो पुत्र एवं एक पुत्री है. कृष्ण कुमार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुम्बई में ही रहते थे. इनके एक भाई सुभाष सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं. वही उनके भतीजे भी फ़िलहाल इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात है.
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