गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में किसानों का काफिला दिल्ली बॉर्डर कूच करने निकला है (फाइल फोटो)
पानीपत. हरियाणा के यमुनानगर से दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) कूच करने निकला किसानों का काफिला सोमवार को पानीपत (Panipat) पहुंचा. भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Chaduni) की अगुवाई में किसानों का जत्था पानीपत टोल प्लाजा पहुंचा. चढूनी ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अब 'मिशन उत्तर प्रदेश' (Mission Uttar Pradesh) शुरू होगा, हम उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी को हराने का काम करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सस्पेंड होने से मेरा कोई नुकसान नहीं हुआ बल्कि सस्पेंड करने वालों का नुकसान हुआ है. सस्पेंड होने के बाद भी उनका काफिला बढ़ता जा रहा है, मुझे सस्पेंड करने वालों को जनता बुरा बता रही है. मैंने एक विचारधारा रखी थी. मैं अपनी विचारधारा पर अब भी कायम हूं.
चढूनी ने कहा कि निलंबन के बावजूद आंदोलन में उनकी भागीदारी पहले से ज्यादा रहेगी. सस्पेंशन के बावजूद भी किसान संयुक्त मोर्चा के हर आह्वान का पालन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस समय लोगों में जोश और आक्रोश का जो मिश्रण देखा जा रहा है वो बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के ताजा बयान पर गुरनाम सिंह चढूनी ने तंज भरे लहजे में कहा कि ग्यारह दौर की बातचीत में तो कृषि मंत्री किसानों को कृषि कानूनों के फायदे, अब क्या बताएंगे.
बीकेयू मान ग्रुप के सवाल पर चढूनी भड़क गए. उन्होंने कहा कि यह लोग गद्दार हैं. उनकी वजह से कृषि कानून लागू हुए हैं. वो अमेरिका से मिल गए हैं. उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन करना चाहिए. कृषि कानून रद्द होने से किसान वेंटिलेटर पर चला जाएगा. वेंटिलेटर से उतारने के लिए किसान की आमदनी बढ़ानी पड़ेगी. कृषि कानून रद्द करवाना ही इस आंदोलन और मेरी जिंदगी का भी लक्ष्य है.
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