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VIDEO: पिता की मौत, सीमेंट के डंबल, खेतों में गेंहू की कटाई, मां की मेहनत, ये हैं T-20 वर्ल्ड कप विजेता टीम में शामिल सोनिया

सोनिया शुक्रवार को रोहतक पहुंची तो ग्रामीणों ने उसका जोरदार स्वागत किया और मोटरसाइकिल के काफिले के साथ उसे गांव लाया गया.

सोनिया शुक्रवार को रोहतक पहुंची तो ग्रामीणों ने उसका जोरदार स्वागत किया और मोटरसाइकिल के काफिले के साथ उसे गांव लाया गया.

Indian Women Team Player Sonia: बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली सरोज ने मेहनत मजदूरी करके बेटी को क्रिकेट खेलना स ...अधिक पढ़ें

रोहतक. ट्वेंटी-20 महिला अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी अब अपने घर पहुंच रही हैं. इन खिलाड़ियों का अपने-अपने घरों में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया जा रहा है. भारतीय टीम की कप्तान शैफाली वर्मा रोहतक की रहने वाली हैं और इसके अलावा सोनिया भी रोहतक के ही एक छोटे से गांव ब्राह्मणवास से हैं.

सोनिया शुक्रवार को रोहतक पहुंची तो ग्रामीणों ने उसका जोरदार स्वागत किया और मोटरसाइकिल के काफिले के साथ उसे गांव लाया गया, जहां पर पूरे गांव ने जश्न मनाकर अपनी बेटी का स्वागत किया. सोनिया और उसके कोच को फूलों और नोटों की माला पहना गाड़ी में घर बैठाकर घर तक लाया गया. बेटी के स्वागत के लिए सोनिया की मां सरोज भी तैयारियों में जुटी हुई थी. उसने सबसे पहले बेटी की आरती उतारी और जब मां-बेटी की आंखें मिली तो दोनों भावुक हो गई. क्योंकि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि सोनिया एक दिन इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लेगी.

बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली सरोज ने मेहनत मजदूरी करके बेटी को क्रिकेट खेलना सिखाया. पति की असमय मौत होने के कारण सारी जिम्मेदारियां उसी की कंधों पर आ गई. सरोज ने बताया कि सोनिया भी उसके साथ खेतों में गेहूं कटाई करने के लिए जाती थी. बेटी क्रिकेट खेलना चाहती थी, इसलिए उसने मजदूरी की और उसकी जरूरतें पूरा करने की कोशिश की. आज उसे यकीन नहीं हो रहा है कि उसकी बेटी ने देश का नाम रोशन किया है, पर अब उम्मीदें हैं कि वह बहुत कुछ कर सकती है. परिवार ने बेहद गरीबी देखी है, जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते.  इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि उसने डंबल भी सीमेंट के बनाए हुए थे, जिनसे वह अपनी फिजिकल प्रैक्टिस करती थी.
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क्या बोली सोनिया

अपने गांव पहुंचकर इतना भव्य स्वागत देख सोनिया बेहद खुश है. उसने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने कोच और अपनी मां के संघर्ष को दिया. उसने बताया कि वह मेहनत के दम पर यहां तक पहुंची है और अगर कोई दिल से मेहनत करता है तो उसे सफलता जरूर मिलती है. वह बेहद खुश है और उसे आशा है कि उनकी टीम अगला वर्ल्ड कप भी है जीत कर लाएगी.

Tags: BCCI Cricket, Cricket news, Rohtak News, Team india

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