रोहतक: शहीदी दिवस के मौके पर मदीना गांव में एक अनोखी पहल की गई. गांव की महिला सरपंच ने युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों के साथ एक जागरूकता रैली निकाली. इस रैली के माध्यम से नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया. हाथों में बैनर लेकर नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया कि किस तरह से नशा युवाओं को खोखला करता जा रहा है.
रैली के माध्यम से यह भी बताया कि कैसे एक आदमी में नशे की लत की वजह से पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है. इस जागरूकता मुहिम में सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए. इसके अलावा शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूरे गांव में प्रभात फेरी भी निकाली गई.
लोगों का मानना है कि जिस तरह से हरियाणा में नशे का प्रचलन बढ़ता जा रहा है, उससे परिवार टूट रहे हैं. युवा पीढ़ी बर्बादी की तरफ बढ़ती जा रही है. इसे रोकना सबकी जिम्मेदारी है, इसलिए पूरा मदीना गांव एकत्रित होकर अपने गांव को नशा मुक्त बनाने की तरफ कदम बढ़ा रहा है.
नशे को गांव से उखाड़ फेंकना है
गांव की महिला सरपंच अनीशा रानी का कहना है कि हर गांव को यह मुहिम शुरू करनी होगी और जब हर व्यक्ति जागरूक होगा तो नशे पर भी कंट्रोल पाया जा सकता है. नशा सिर्फ एक घर बर्बाद नहीं करता, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है. हमारे पूरे गांव ने यह निर्णय लिया है कि वह इसके खिलाफ हर संभव सहयोग करेंगे और नशा करने वाले व नशा तस्करों पर खासतौर पर नजर रखी जाएगी. लोगों को इसके दुष्प्रभाव के बारे में समझाया जाएगा और जो तस्करी में संलिप्त होगा उसकी शिकायत पुलिस से की जाएगी. पूरा मदीना गांव इस बात को लेकर सहमत है कि नशे को गांव से जड़ से मिटाया जाए.
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