रिपोर्ट: धीरेंद्र चौधरी
रोहतक: वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली बॉक्सर स्वीटी बूरा और नीतू घनघस का रोहतक स्थित साई सेंटर में स्वागत किया गया. दोनों बॉक्सर ने सेंटर के सभी कोच और स्टाफ का उनके योगदान के लिए धन्यवाद किया और आगामी चैंपियनशिप में देश के लिए और बेहतर करने की इच्छा जताई. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दोनों बॉक्सर को 40-40 लाख रुपये भी दिए.
दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि यह उनके लिए सरप्राइस था और इसके लिए वे सरकार का धन्यवाद करती हैं. स्वीटी बूरा ने बताया कि वह पहले कबड्डी खेलती थी, लेकिन पिता के कहने के बाद उन्होंने बॉक्सिंग में हाथ आजमाए और सफलता मिलती गई. उनके परिवार का उनकी सफलता में बहुत बड़ा योगदान है. खुद उन्होंने भी पैसे बचा-बचाकर और परिवार की आर्थिक हालत को देखते हुए अपने खेल को जारी रखा. जो लोग पहले ताने देते थे, आज वही उनका उदाहरण देते हैं. इससे उन्हें बहुत खुशी मिलती है कि समाज का नजरिया भी धीरे-धीरे बदल जाता है.
एकेडमी खोलना चाहती हैं स्वीटी
स्वीटी ने कहा कि अब उनकी तमन्ना यही है कि बेटियों को भी मौका मिले, इसके लिए वह एकेडमी खोलना चाहती हैं और सरकार से उम्मीद करती हैं कि वह उसमें सहयोग देगी. बेशक सरकार खुद वहां पर कोच नियुक्त करें, लेकिन वह चाहती हैं कि लड़कियों को एक बेहतर एकेडमी उपलब्ध कराई जाए।
मैरी कॉम हैं नीतू की रोल मॉडल
वहीं, नीतू घनघस ने बताया कि उनकी रोल मॉडल मैरीकॉम हैं. उनकी इस उपलब्धि के पीछे परिवार का बहुत संघर्ष है. आज वह जिस मुकाम पर हैं वह उनके कोच और परिवार की बदौलत है. नीतू के पिता जय भगवान ने 3 साल तक बिना वेतन के छुट्टी ली, ताकि बेटी की प्रैक्टिस में कोई बाधा न आए. आज वे बेहद खुश हैं और उनका कहना है कि बेटियों को मौके मिलने चाहिए. अगर सही ढंग से उन्हें मौका मिले तो वह किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. बेटियां हर फील्ड में अव्वल होती हैं.
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