सिरसा में गिरफ्तार किसानों को मिली जमानत, लौटने पर फूल-माला पहनाकर किया गया स्वागत

सिरसा में जमानत पर रिहा हुए किसानों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया.
Farmer Protest: सिरसा (Sirsa) में जमानत पर रिहा हुए किसानों का उनके साथियों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया. किसान नेताओं ने कहा- और ज्यादा मजबूत होगा आंदोलन.
- News18Hindi
- Last Updated: November 29, 2020, 12:08 PM IST
सिरसा. किसानों (Farmers) के दिल्ली कूच (Delhi March) के दौरान 25 नवंबर की देर रात को गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं (Farmer Leaders) को कोर्ट से जमानत (Bail) मिल गई है. देर रात जेल से रिहा हुए किसान फिर आंदोलन (Protest) कर रहे अपने किसान भाइयों के साथ खड़े हो गए हैं. किसान नेताओं ने कहा कि अब यह आंदोलन और भी ज्यादा तेज होगा.
किसानों ने आंदोलन 26 नवम्बर को दिल्ली कूच करने के ऐलान किया था, लेकिन सरकार के आदेश पर हरियाणा पुलिस ने 25 नवम्बर की रात को ही किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया, ताकि किसानों का आंदोलन कामयाब न हो सके. सिरसा से प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा, एमपी मसीतां और गुरसेवक सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें जमानत मिल गई है. किसान नेताओं को जमानत मिलने के बाद काफी संख्या में किसान उनसे मुलाकात करने जिला जेल के बाहर पहुंचे थे, जहां प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा का जोरदार स्वागत किया गया.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का ऐलान, हरियाणा में 10 दिन और बंद रहेंगे स्कूलकिसान नेता प्रलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि सरकार ने किसानों के आंदोलन को रोकने के लिए हथकंडे अपनाए, लेकिन सरकार अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि अब वे सुबह दिल्ली कूच करने की तैयारी करेंगे और केंद्र सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने पर मजबूर कर देंगे.
किसानों ने आंदोलन 26 नवम्बर को दिल्ली कूच करने के ऐलान किया था, लेकिन सरकार के आदेश पर हरियाणा पुलिस ने 25 नवम्बर की रात को ही किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया, ताकि किसानों का आंदोलन कामयाब न हो सके. सिरसा से प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा, एमपी मसीतां और गुरसेवक सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें जमानत मिल गई है. किसान नेताओं को जमानत मिलने के बाद काफी संख्या में किसान उनसे मुलाकात करने जिला जेल के बाहर पहुंचे थे, जहां प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा का जोरदार स्वागत किया गया.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का ऐलान, हरियाणा में 10 दिन और बंद रहेंगे स्कूलकिसान नेता प्रलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि सरकार ने किसानों के आंदोलन को रोकने के लिए हथकंडे अपनाए, लेकिन सरकार अपने मंसूबों पर कामयाब नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि अब वे सुबह दिल्ली कूच करने की तैयारी करेंगे और केंद्र सरकार को इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने पर मजबूर कर देंगे.