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Kisan Andolan: सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में जान गंवा चुके किसानों की याद में जलाए दीये

दिवाली के मौके पर सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर दीये जलाकर आंदोलन में जान गवां चुके किसानों को याद किया गया.

दिवाली के मौके पर सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर दीये जलाकर आंदोलन में जान गवां चुके किसानों को याद किया गया.

Kisan Andolan News: दिल्ली से सटे सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर रोजाना की तरह गुरुवार को सुबह से शाम तक किसानों ने मंच सजाया ...अधिक पढ़ें

    सोनीपत. तीन नए कृषि कानूनों (Agriculture law) के विरोध में 1 साल से दिल्ली की सीमा पर सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर (Singhu Border and Tikri Border) पर विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) कर रहे किसानों ने दिवाली की शाम (Frmers Diwali) आंदोलन के दौरान जान गवां चुके किसानों की याद में दीप जलाये. दोनों ही बॉर्डर पर जगह-जगह किसानों के कैंप के सामने दीये जलते हुए दिखाई दिए.

    किसानों ने इस बार दिवाली पर दो दीये शहीद किसानों के नाम से जलाने की अपील की थी. इसके बाद सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में डटे किसानों ने शाम होते ही दीये जलाए और आंदोलन के संघर्ष में मारे गए किसानों को याद किया. किसान आंदोलन के बीच किसानों की यह दूसरी दीपावली है. पिछली बार भी किसानों ने दीपावली नहीं मनाई थी. वहीं 26 नवंबर को किसान आंदोलन को 1 साल पूरा हो रहा है.

    हरियाणा के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पिछले साल भर से ज्यादा समय से किसान 3 कृषि कानूनों के विरोध में धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं. दोनों ही बॉर्डर पर अभी भी बड़ी संख्या में किसान डटे हुए हैं. आंदोलन में शामिल बहुत कम ही किसान दिवाली मनाने अपने घर पहुंचे हैं. आंदोलन में शामिल बुजुर्ग महिलाएं भी दीपावली पर घर जाने की बजाए बॉर्डर पर ही किसानों के बीच बैठी रहीं.

    पंजाबी सिंगर बब्बू मान भी पहुंचे किसानों के बीच 

    आज यानि दिवाली के दिन किसानों के बीच पंजाबी सिंगर बब्बू मान पहुंचे और आंदोलन कर रहे किसानों में जोश भरा. उन्होंने कहा कि अगर तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते हैं तो किसानों को हेलीकॉप्टर से खाने के पैकेट गिराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को जिद छोड़कर कृषि कानूनों को रद्द कर देना चाहिए. रोजाना की तरह गुरुवार की सुबह से शाम तक सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने मंच सजाया. उसके बाद किसानों का भाषण शुरू हुआ. हर रोज की तरह पंडाल में शाम तक किसान बैठे रहे. बाद में मंच के पास और अपने कैंपों के पास दीप जलाए गए.

    आंदोलन में 500 से अधिक किसानों की हो चुकी है मौत 

    कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल पंजाब की धरती से किसानों का आंदोलन शुरू हुआ था, जो अब हरियाणा, पश्चिमी यूपी से लेकर कई अन्य राज्यों में फैल चुका है. दिल्ली को जोड़ने वाले हरियाणा के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में कई राज्यों के किसान बैठे हुए हैं. आंदोलन के बीच ही 500 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है. कोई सड़क हादसे में तो कोई आंदोलन स्थल ठंड-गर्मी और बीमारी की वजह से मर गया. इन्हीं किसानों की याद में आज दो दीये जलाये गए हैं.

    Tags: Delhi Singhu Border, Farmers Agitation, Farmers Protest, Haryana Farmers, Kisan Andolan, Tikri Border

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