गैंगरेप पीड़िता ने थाने में की आत्महत्या, पुलिस ने अस्पताल ले जाने के लिए नहीं दी गाड़ी

पुलिस स्टेशन में गैंगरेप पीड़िता ने जहर खाकर दी जान
आरोप है कि यमुनानगर (Yamunanagar) में ज़हर खाने के बाद तड़प रही पीड़िता को पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचाना तो दूर की बात युवती के परिजनों को भी उसे अस्पताल ले जाने से जबरन रोके रखा गया.
- News18 Haryana
- Last Updated: September 3, 2019, 10:25 AM IST
महिलाओं के हित की रक्षा करने की बात करने वाली हरियाणा सरकार (Haryana Government) के तमाम दावों के बीच यमुनानगर (Yamunanagar) से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगे हैं. दरअसल, तीन महीनों से पुलिस की चौखट पर इंसाफ की गुहार लगा रही एक गैंगरेप (Gangrape) पीड़िता ने सिस्टम से तंग आकर पुलिस स्टेशन में ही ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली. आरोप है कि ज़हर खाने के बाद तड़प रही पीड़िता को पुलिस द्वारा अस्पताल पहुंचाना तो दूर की बात है, युवती के परिजनों को भी पीड़िता को अस्पताल ले जाने से जबरन रोके रखा गया.
महज 22 वर्षीय युवती आखरी सांस तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाती रही. लेकिन, पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी की मौत के जिम्मेवार पुलिस है. उनका कहना है कि मिन्नत करने के बावजूद युवती को अस्पताल नहीं ले जाने दिया गया.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ अस्पताल
रात भर पुलिस छावनी में तब्दील हुए एक निजी अस्पताल में तनाव की स्थिती बनी रही. लोगों में लगातार बढ़ रहे आक्रोश को देखते हुए आलाधिकारी दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन देते रहे. 22 वर्षीय पीड़िता को डॉक्टर बचा नहीं सके. पीड़िता के परिजनों ने लगाए ये आरोप
आरोप है कि पीड़िता को मनोज नामक एक युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया था और फिर उसके साथ रेप कर शादी करने से इंकार कर दिया था. इसके बाद पीड़िता ने इंसाफ के लिए जठलाना पुलिस स्टेशन से लेकर यमुनानगर एसपी तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हर बार उसकी बात को अनसुना कर दिया गया. जिस वक्त पीड़िता ने जठलाना पुलिस स्टेशन में जहर खाया, उस वक्त भी वह अपने दोषियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगा रही थी.
डीएसपी ने कही कार्रवाई की बात
यमुनानगर के डीएसपी सुभाषचंद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं. उनके अनुसार पुलिस के पास मृतका के पिता की शिकायत आ चुकी है और दोषियों को काबू करने के लिए स्पेशल टीम का भी गठन कर दिया गया है. डीएसपी से जब जठलाना पुलिस द्वारा इस मामले में बरती गई कोताही और ज़हर खाने के बाद मृतका को अस्पताल नहीं पहुंचाने का सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
ये भी पढ़ें:- पूर्व सांसद की हत्या की साजिश रच रहे दो कुख्यात गिरफ्तार
ये भी पढ़ें:- 6 साल की मासूम से दुष्कर्म की कोशिश, पकड़ा गया आरोपी
महज 22 वर्षीय युवती आखरी सांस तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाती रही. लेकिन, पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी की मौत के जिम्मेवार पुलिस है. उनका कहना है कि मिन्नत करने के बावजूद युवती को अस्पताल नहीं ले जाने दिया गया.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ अस्पताल
रात भर पुलिस छावनी में तब्दील हुए एक निजी अस्पताल में तनाव की स्थिती बनी रही. लोगों में लगातार बढ़ रहे आक्रोश को देखते हुए आलाधिकारी दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन देते रहे. 22 वर्षीय पीड़िता को डॉक्टर बचा नहीं सके. पीड़िता के परिजनों ने लगाए ये आरोप
आरोप है कि पीड़िता को मनोज नामक एक युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया था और फिर उसके साथ रेप कर शादी करने से इंकार कर दिया था. इसके बाद पीड़िता ने इंसाफ के लिए जठलाना पुलिस स्टेशन से लेकर यमुनानगर एसपी तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हर बार उसकी बात को अनसुना कर दिया गया. जिस वक्त पीड़िता ने जठलाना पुलिस स्टेशन में जहर खाया, उस वक्त भी वह अपने दोषियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगा रही थी.
डीएसपी ने कही कार्रवाई की बात
यमुनानगर के डीएसपी सुभाषचंद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं. उनके अनुसार पुलिस के पास मृतका के पिता की शिकायत आ चुकी है और दोषियों को काबू करने के लिए स्पेशल टीम का भी गठन कर दिया गया है. डीएसपी से जब जठलाना पुलिस द्वारा इस मामले में बरती गई कोताही और ज़हर खाने के बाद मृतका को अस्पताल नहीं पहुंचाने का सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
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