हिमाचल पंचायत चुनाव-2021: लॉ स्टूडेंट हैं जागृति, 22 साल की उम्र में चुनी गईं सरपंच

जाृगती शैल. (File Photo)
Himachal Panchayat Elections 2021: रोहड़ू से 22 साल की अवंतिका और मंडी जिले से करीब 22 साल की ही खीरामणी भी चुनाव जीत चुकी हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 20, 2021, 8:34 AM IST
बिलासपुर. हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर सदर की पंचायत साई खारसी में 22 वर्षीय जागृति ने प्रधान बनकर जिले में नया इतिहास रचा है. अभी तक जिले में 22 साल का कोई भी प्रधान नहीं बना था. जागृति शिमला (Shimla) से लॉ कॉलेज से वकालत की पढ़ाई कर रही हैं.
नवनिर्वाचित पंचायत प्रधान जागृति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लॉ स्टूडेंट हैं. लॉ में जागृति का चौथा सेमेस्टर है. अपनी पढ़ाई के दौरान ही जागृति ने पंचायत चुनाव (Panchayat Election) लड़ने का फैसला लिया और जीत दर्ज कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा लिया है.
12वीं कक्षा में कर चुकी हैं टॉप
जागृति इससे पहले 11वीं और 12वीं कक्षा में भी टॉप कर चुकी हैं. जागृति शैल ने पंचायत प्रधान के इस चुनाव में कुल 508 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है. जागृति का कहना है कि सभी कार्य पारदर्शिता के साथ किए जाएंगे. धांधली और रिश्वतखोरी को रोका जाएगा. पंचायत में सभी लोगों के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी. साथ ही वह अपनी पढ़ाई भी जारी रखेंगी.2016 में जबना चौहान बनी थीं देश की युवा प्रधान
साल 2016 में 22 साल की जबना चौहान थरजून पंचायत से बतौर पंचायत प्रधान चुनाव जीता था. तब जबना चौहान ने देश की सबसे युवा प्रधान का खिताब अपने नाम किया था. इस बार उन्होंने पंचायत चुनाव नहीं लड़ा है. इसके अलावा, रोहड़ू से 22 साल की अवंतिका और मंडी जिले से करीब 22 साल की ही खीरामणी भी चुनाव जीती हैं.
नवनिर्वाचित पंचायत प्रधान जागृति हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लॉ स्टूडेंट हैं. लॉ में जागृति का चौथा सेमेस्टर है. अपनी पढ़ाई के दौरान ही जागृति ने पंचायत चुनाव (Panchayat Election) लड़ने का फैसला लिया और जीत दर्ज कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा लिया है.
12वीं कक्षा में कर चुकी हैं टॉप
जागृति इससे पहले 11वीं और 12वीं कक्षा में भी टॉप कर चुकी हैं. जागृति शैल ने पंचायत प्रधान के इस चुनाव में कुल 508 मत प्राप्त कर जीत हासिल की है. जागृति का कहना है कि सभी कार्य पारदर्शिता के साथ किए जाएंगे. धांधली और रिश्वतखोरी को रोका जाएगा. पंचायत में सभी लोगों के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी. साथ ही वह अपनी पढ़ाई भी जारी रखेंगी.2016 में जबना चौहान बनी थीं देश की युवा प्रधान
साल 2016 में 22 साल की जबना चौहान थरजून पंचायत से बतौर पंचायत प्रधान चुनाव जीता था. तब जबना चौहान ने देश की सबसे युवा प्रधान का खिताब अपने नाम किया था. इस बार उन्होंने पंचायत चुनाव नहीं लड़ा है. इसके अलावा, रोहड़ू से 22 साल की अवंतिका और मंडी जिले से करीब 22 साल की ही खीरामणी भी चुनाव जीती हैं.