बेटे के मोह में फंसे हैं सीएम वीरभद्र सिंह : संबित पात्रा

शिमला में प्रेस कान्फ्रैंस के दौरान संबित पात्रा.
पात्रा ने वीरभद्र और विक्रमादित्य सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 2012 में विक्रमादित्य की 1.19 करोड़ की संपत्ति पांच साल में बढ़कर 84 करोड़ तक पहुंच गई. वीरभद्र प्रदेश का नहीं, बल्कि विक्रमादित्य का विकास करवा रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: October 26, 2017, 10:42 AM IST
हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का प्रदेश में आना-जाना लगा हुआ है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को शिमला में वीरभद्र सिंह और उनके परिवार तीखे हमले बोले. शिमला पहुंचे संबित पात्रा ने कहा कि हिमाचल में वीरभद्र सिंह परिवार ने भ्रष्टाचार किया है.
अब भ्रष्टाचार को मिटाने का समय आ गया है. संबित पात्रा ने पूछा कि पांच वर्ष में वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह के पास करोड़ों रूपये कहां से आए? वीरभद्र सिंह पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह पुत्रमोह में फंसे हैं. अब राजा ही हार होने वाली है.
पात्रा ने वीरभद्र और विक्रमादित्य सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 2012 में विक्रमादित्य की 1.19 करोड़ की संपत्ति पांच साल में बढ़कर 84 करोड़ तक पहुंच गई. वीरभद्र प्रदेश का नहीं, बल्कि विक्रमादित्य का विकास करवा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस में सिर्फ पिता- पुत्रों और पुत्रियों को ही टिकट बांटे जा रहे हैं. भाजपा पर परिवारवाद के आरोप पर उन्होंने स्पष्ट किया कि काबिलियत के आधार पर किसी को टिकट या पद मिलना परिवारवाद नहीं है.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को शिमला में वीरभद्र सिंह और उनके परिवार तीखे हमले बोले. शिमला पहुंचे संबित पात्रा ने कहा कि हिमाचल में वीरभद्र सिंह परिवार ने भ्रष्टाचार किया है.
अब भ्रष्टाचार को मिटाने का समय आ गया है. संबित पात्रा ने पूछा कि पांच वर्ष में वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह के पास करोड़ों रूपये कहां से आए? वीरभद्र सिंह पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह पुत्रमोह में फंसे हैं. अब राजा ही हार होने वाली है.
पात्रा ने वीरभद्र और विक्रमादित्य सिंह पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 2012 में विक्रमादित्य की 1.19 करोड़ की संपत्ति पांच साल में बढ़कर 84 करोड़ तक पहुंच गई. वीरभद्र प्रदेश का नहीं, बल्कि विक्रमादित्य का विकास करवा रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस में सिर्फ पिता- पुत्रों और पुत्रियों को ही टिकट बांटे जा रहे हैं. भाजपा पर परिवारवाद के आरोप पर उन्होंने स्पष्ट किया कि काबिलियत के आधार पर किसी को टिकट या पद मिलना परिवारवाद नहीं है.