COVID-19: 5 गुना हुई कच्चे माल की कीमत, बंद हुआ हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का उत्पादन

राज्य के ड्रग कंट्रोलर ने ड्रग कंट्रोलर जनरल से कच्चे माल की आपूर्ति का अनुरोध किया है. (फाइल फोटो)
बीते कुछ दिनों पहले तक हाइड्रो क्लोरोक्वीन (Hydroxy Chloroquine) की सौ गोलियों के कच्चे माल की कीमत करीब 180 रुपए थी. आज वहीं कीमत 180 रुपए से बढ़ कर 1100 रुपए तक पहुंच गई है.
- News18 Uttarakhand
- Last Updated: April 13, 2020, 7:28 AM IST
देहरादून: कच्चे माल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि के चलते उत्तराखंड (Himachal Pradesh) में स्थिति फार्मा कंपनियों ने हाइड्रो क्लोरोक्वीन (Hydroxy Chloroquine) का उत्पादन बंद कर दिया है. हाइड्रो क्लोरोक्वीन के उत्पादन से जुडी फार्मा कंपनियों की माने तो बीते कुछ दिनों में हाइड्रो क्लोरोक्वीन के कच्चे माल की कीमतों में करीब पांच गुना की वृद्धि हो चुकी है. वहीं, राज्य के ड्रग कंट्रोलर ने पूरी परिस्थितियों के बाबत पत्र के जरिए ड्रग कंट्रोलर जनरल (Drug Controller General) को सूचित कर दिया है. पत्र में ड्रग कंट्रोलर जनरल से कच्चे माल की आपूर्ति का भी अनुरोध किया गया है.
सरकार की कीमतों ने दवा का उत्पादन संभव नहीं
दैनिक हिंन्दुस्तान में छपी खबर के अनुसार, बीते कुछ दिनों पहले तक हाइड्रो क्लोरोक्वीन की सौ गोलियों के कच्चे माल की कीमत करीब 180 रुपए थी. आज वहीं कीमत 180 रुपए से बढ़ कर 1100 रुपए तक पहुंच गई है. बाजार में कच्चे माल की कमी के चलते कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. रुडकी फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीन सिंह के अुनसार, केंद्र सरकार ने हाइड्रो क्लोरोक्वीन की एक गोली की कीमत 5.06 रुपए तय की है. कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के चलते इस कीमत पर हाइड्रो क्लोरोक्वीन का उत्पादन करना संभव नहीं है.
ड्रग जनरल से कच्चे माल की आपूर्ति बहाल करने का अनुरोधवहीं, ड्रग कंट्रोलर ताजवर जग्गी ने बताया कि कच्चे माल की आपूर्ति में दिक्कते होने पर ड्रग कंट्रोलर जनरल को पत्र लिखा गया है. हम प्रयास कर रहे हैं कि राज्य में एपीआई की आपूर्ति बनाई जाए. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में हाइड्रो क्लोरोक्वीन का उत्पादन तब बंद हुआ है, जब केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक हाइड्रो क्लोरोक्वीन नामक दवा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं. कोरोना महामारी में हाइड्रो क्लोरोक्वीन नामक दवा की मांग न केवल हमारे देश में हैं बल्कि दुनिया के करीब 30 देश इस दवा के लिए भारत की तरफ देख रहे हैं. इन्हीं देशों में एक देश अमेरिका भी है.

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सरकार की कीमतों ने दवा का उत्पादन संभव नहीं
दैनिक हिंन्दुस्तान में छपी खबर के अनुसार, बीते कुछ दिनों पहले तक हाइड्रो क्लोरोक्वीन की सौ गोलियों के कच्चे माल की कीमत करीब 180 रुपए थी. आज वहीं कीमत 180 रुपए से बढ़ कर 1100 रुपए तक पहुंच गई है. बाजार में कच्चे माल की कमी के चलते कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. रुडकी फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीन सिंह के अुनसार, केंद्र सरकार ने हाइड्रो क्लोरोक्वीन की एक गोली की कीमत 5.06 रुपए तय की है. कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के चलते इस कीमत पर हाइड्रो क्लोरोक्वीन का उत्पादन करना संभव नहीं है.
ड्रग जनरल से कच्चे माल की आपूर्ति बहाल करने का अनुरोधवहीं, ड्रग कंट्रोलर ताजवर जग्गी ने बताया कि कच्चे माल की आपूर्ति में दिक्कते होने पर ड्रग कंट्रोलर जनरल को पत्र लिखा गया है. हम प्रयास कर रहे हैं कि राज्य में एपीआई की आपूर्ति बनाई जाए. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में हाइड्रो क्लोरोक्वीन का उत्पादन तब बंद हुआ है, जब केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक हाइड्रो क्लोरोक्वीन नामक दवा के उत्पादन को बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं. कोरोना महामारी में हाइड्रो क्लोरोक्वीन नामक दवा की मांग न केवल हमारे देश में हैं बल्कि दुनिया के करीब 30 देश इस दवा के लिए भारत की तरफ देख रहे हैं. इन्हीं देशों में एक देश अमेरिका भी है.
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