कांगड़ा पर फोकस: जीएस बाली के घर पर एकजुट हुए कांग्रेसी, प्रदेशाध्यक्ष राठौर के साथ किया मंथन

पूर्व मंत्री जीएस बाली के घर पर कांग्रेस नेता.
Congress Leader Meeting in Kangra: दरअसल, कांगड़ा जिले में हिमाचल की सबसे अधिक विधानसभा सीटें पड़ती हैं, इसलिए इस जिले पर फोकस है.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: December 2, 2020, 8:05 AM IST
धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस (Himachal Congress) अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर (Kuldeep Singh Rathore) अपनी पार्टी को एकजुट करने के लिए प्रदेश भर में घूम रहे हैं. मंगलवार को वह कांगड़ा (Kangra) पहुंचे थे. और कांग्रेस के तमाम नेता कांगड़ा में पूर्व मंत्री जीएस बाली (GS Bali) के घर मंथन किया. यहां पर उन्होंने सरकार को घेरने से लेकर चर्चा कर रणनीति तैयार की गई.
स्वास्थ्य की भी जानकारी ली
कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में ओर मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में कैसे लाया जाये इस पर व्यापक तौर पर चर्चा की गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस के बड़े सार्वजनिक कार्यक्रमों से ख़ुद को दूर रखने वाले पूर्व मंत्री जीएस बाली के घर में पहुंचे कांग्रेस के आला नेताओं ने जहां पूर्व मंत्री के ख़राब स्वास्थ्य को लेकर उनका कुशलक्षेम पूछने का एक तरीका अपनाया तो वहीं भविष्य में दूसरे राज्यों की मानिद भाजपा के बढ़ते कदमों को रोकने के लिये क्या किया जाये? इसके लिये गहन मंथन के साथ-साथ ठोस रणनीति बनाई.
कांगड़ा पर फोकसकाबिलेगौर है कि कांग्रेस के आला नेताओं की ओर से ऐसा कार्यक्रम पहली मर्तबा कांगड़ा में किसी अपने वरिष्ठ नेता के घर पर बैठकर किया गया है, जबकि इससे पहले इस तरह के कार्यक्रम महज़ अप्पर हिमाचल में बड़े नेताओं के घरों पर ही हुआ करते थे, जिससे अब सियासी गलियारों में ये चर्चा आम हो गई है कि कांग्रेस के लिये अपना कुनबा मजबूत करने के लिये अब कांगड़ा को फोकस करना शुरू किया है. ऐसा पहली मर्तबा देखने में आया है कि कांग्रेस की रणनीति कांगड़ा में तैयार हो रही है और आपसी मतभेद को भूलते हुए सभी नेता एक साथ दिख रहे हैं, अन्यथा यहां कांग्रेस हमेशा अपने-अपनों में ही बंटी नज़र आती रही है.
मीटिंग में कौन-कौन थे
हर कांग्रेसी यहां व्यक्तिगत तौर पर ही ख़ुद को मज़बूत स्थिति में लाने के लिये कसरत करता नज़र आया है. बता दें कि इस बैठक में पूर्व मंत्री जीएस बाली प्रदेश अध्य्क्ष कुलदीप सिंह राठौर पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा,सुजानपुर के विधयाक राजेन्द्र राणा, कांगड़ा के विधयाक पवन काजल, कांग्रेस महासचिव केवल सिंह पठानिया समेत धर्मशाला नगर निगम के मेयर देवेंद्र सिंह जग्गी और अन्य कांग्रेसी नेता भी शरीक हुये थे. दरअसल, कांगड़ा जिले में हिमाचल की सबसे अधिक विधानसभा सीटें पड़ती हैं, इसलिए इस जिले पर फोकस है.
स्वास्थ्य की भी जानकारी ली
कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में ओर मजबूती के साथ दोबारा सत्ता में कैसे लाया जाये इस पर व्यापक तौर पर चर्चा की गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस के बड़े सार्वजनिक कार्यक्रमों से ख़ुद को दूर रखने वाले पूर्व मंत्री जीएस बाली के घर में पहुंचे कांग्रेस के आला नेताओं ने जहां पूर्व मंत्री के ख़राब स्वास्थ्य को लेकर उनका कुशलक्षेम पूछने का एक तरीका अपनाया तो वहीं भविष्य में दूसरे राज्यों की मानिद भाजपा के बढ़ते कदमों को रोकने के लिये क्या किया जाये? इसके लिये गहन मंथन के साथ-साथ ठोस रणनीति बनाई.
कांगड़ा पर फोकसकाबिलेगौर है कि कांग्रेस के आला नेताओं की ओर से ऐसा कार्यक्रम पहली मर्तबा कांगड़ा में किसी अपने वरिष्ठ नेता के घर पर बैठकर किया गया है, जबकि इससे पहले इस तरह के कार्यक्रम महज़ अप्पर हिमाचल में बड़े नेताओं के घरों पर ही हुआ करते थे, जिससे अब सियासी गलियारों में ये चर्चा आम हो गई है कि कांग्रेस के लिये अपना कुनबा मजबूत करने के लिये अब कांगड़ा को फोकस करना शुरू किया है. ऐसा पहली मर्तबा देखने में आया है कि कांग्रेस की रणनीति कांगड़ा में तैयार हो रही है और आपसी मतभेद को भूलते हुए सभी नेता एक साथ दिख रहे हैं, अन्यथा यहां कांग्रेस हमेशा अपने-अपनों में ही बंटी नज़र आती रही है.
मीटिंग में कौन-कौन थे
हर कांग्रेसी यहां व्यक्तिगत तौर पर ही ख़ुद को मज़बूत स्थिति में लाने के लिये कसरत करता नज़र आया है. बता दें कि इस बैठक में पूर्व मंत्री जीएस बाली प्रदेश अध्य्क्ष कुलदीप सिंह राठौर पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा,सुजानपुर के विधयाक राजेन्द्र राणा, कांगड़ा के विधयाक पवन काजल, कांग्रेस महासचिव केवल सिंह पठानिया समेत धर्मशाला नगर निगम के मेयर देवेंद्र सिंह जग्गी और अन्य कांग्रेसी नेता भी शरीक हुये थे. दरअसल, कांगड़ा जिले में हिमाचल की सबसे अधिक विधानसभा सीटें पड़ती हैं, इसलिए इस जिले पर फोकस है.