Dharamshala Municipal Election Result 2021: बीजेपी को बढ़त, नहीं मिला स्पष्ट बहुमत

धर्मशाला नगर निगम के चुनावों में बीजेपी बहुमत के आंकड़े से एक कदम दूर रह गई.
Dharamshala Municipal Result 2021: धर्मशाला नगर निगम के चुनावों में भले ही बीजेपी पहले नंबर पर रही हो, लेकिन उन्हें स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया है. बहुमत के आंकड़े से बीजेपी यहां एक कदम पीछे है. निर्दलीय प्रत्याशी किंग मेकर की भूमिका में हैं.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: April 8, 2021, 1:27 AM IST
धर्मशाला. धर्मशाला नगर निगम के चुनावों में सत्ताधारी दल बीजेपी को बढ़त मिली है. बीजेपी के खाते में आठ सीटें आई हैं. कांग्रेस को पांच सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है. जबकि चार निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीत कर आए हैं. इनमें दो बीजेपी समर्थित हैं, और दो कांग्रेस समर्थित हैं. धर्मशाला नगर निगम के चुनावों में भले ही भाजपा पहले नंबर पर रही हो, लेकिन उन्हें स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया है. बहुमत के आंकड़े से बीजेपी यहां एक कदम पीछे है. पार्टी को निर्दलीय प्रत्याशी के बहुमत से ही महापौर और उपमहापौर के पद मिल सकते हैं. इस तरह से यदि जो चार प्रत्याशी चुनाव जीत कर आए हैं, यह अपनी-अपनी विचारधारा को समर्थन करते हैं, तो भाजपा के पास दस कां आंकड़ा हो जाएगा और कांग्रेस का आंकड़ा सात पर पहुंच जाएगी. ऐसे में कहा जा सकता है कि सत्ताधारी दल की यहां लाज बच गई है. नगर निगम चुनावों में कांग्रेस को एक बार बड़ा झटका लगा है.
हालांकि नतीजों पर नजर दौड़ाई जाए तो पिछली बार के जो पार्षद थे, वह अधिकतर चुनाव जीत कर आए हैं. नगर निगम के पिछली बार के दोनों महापौर चुनाव जीत कर आए हैं. रजनी व्यास खनियारा वार्ड और देवेंद्र जगी रामनगर से शामिल हैं. भाजपा के उपमहापौर औंकार नेहरिया भी किसी अन्य वार्ड मकलोडग़ंज से चुनाव जीतकर आए हैं. पिछली बार के जो भाजपा के पार्षद थे, सर्वचन्द गलोटिया, भाजपा ने उनकी टिकट काट दी थी. लेकिन वह निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाबजूद चुनाव जीतकर फिर से पार्षद बने हैं. इसी तरह से वार्ड नंबर नौ से सुषमा देवी ने आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, वह भी चुनाव जीती हैं. पिछली बार देवेंद्र जग्गी की टीम में थी. इसी तरह वार्ड नंबर 12 से स्वर्णा देवी जो कांग्रेस की पिछली बार पार्षद थी, कांग्रेस ने उनकी टिकट काट दी थी, लेकिन वह भी इस बार आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर आई हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि जो भी पिछली बार के पार्षद थे, जनता ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है. इसके अलावा भाजपा की ही तेजेंद्र कौर जो पिछली बार पार्षद थी, वह भी चुनाव जीत कर आई हैं.
नगर निगम के इन चुनावों को 2022 के पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा था और धर्मशाला हिमाचल की दूसरी राजधानी है, यहां सबकी नजरें लगी हुई थीं. चुनाव प्रचार के लिए भी भाजपा और कांग्रेस दोनों ने पूरी ताकत यहां पर झोंक दी थी. केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर तक को चुनाव मैदान में उतार दिया था. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी यहां प्रचार के लिए यहां वार्ड-वार्ड में घूमे रहे थे. वहीं पालमपुर में कांग्रेस ने 11, 2 भाजपा और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता है.
हालांकि नतीजों पर नजर दौड़ाई जाए तो पिछली बार के जो पार्षद थे, वह अधिकतर चुनाव जीत कर आए हैं. नगर निगम के पिछली बार के दोनों महापौर चुनाव जीत कर आए हैं. रजनी व्यास खनियारा वार्ड और देवेंद्र जगी रामनगर से शामिल हैं. भाजपा के उपमहापौर औंकार नेहरिया भी किसी अन्य वार्ड मकलोडग़ंज से चुनाव जीतकर आए हैं. पिछली बार के जो भाजपा के पार्षद थे, सर्वचन्द गलोटिया, भाजपा ने उनकी टिकट काट दी थी. लेकिन वह निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाबजूद चुनाव जीतकर फिर से पार्षद बने हैं. इसी तरह से वार्ड नंबर नौ से सुषमा देवी ने आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, वह भी चुनाव जीती हैं. पिछली बार देवेंद्र जग्गी की टीम में थी. इसी तरह वार्ड नंबर 12 से स्वर्णा देवी जो कांग्रेस की पिछली बार पार्षद थी, कांग्रेस ने उनकी टिकट काट दी थी, लेकिन वह भी इस बार आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर आई हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि जो भी पिछली बार के पार्षद थे, जनता ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है. इसके अलावा भाजपा की ही तेजेंद्र कौर जो पिछली बार पार्षद थी, वह भी चुनाव जीत कर आई हैं.
नगर निगम के इन चुनावों को 2022 के पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा था और धर्मशाला हिमाचल की दूसरी राजधानी है, यहां सबकी नजरें लगी हुई थीं. चुनाव प्रचार के लिए भी भाजपा और कांग्रेस दोनों ने पूरी ताकत यहां पर झोंक दी थी. केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर तक को चुनाव मैदान में उतार दिया था. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी यहां प्रचार के लिए यहां वार्ड-वार्ड में घूमे रहे थे. वहीं पालमपुर में कांग्रेस ने 11, 2 भाजपा और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता है.