हिमाचल में 146 सरकारी कर्मचारियों ने खाया सस्ता राशन, 16.50 लाख रुपये की हुई रिकवरी

हिमाचल में सस्ता राशन लेने में गड़बड़झाला.
जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारी नरेंद्र धीमान ने बताया कि इंस्पेक्टर्स को निर्देश दिए गए थे कि पंचायतों में बीपीएल, अंत्योदय की लिस्टें लेकर उनका अवलोकन कर यह पता लगाया जाए कि और लोग भी ऐसे तो नहीं जो सरकारी नौकरी और इन्कम टैक्स दे रहे हैं और सस्ते राशन का लाभ भी ले रहे हैं.
- News18 Himachal Pradesh
- Last Updated: December 3, 2020, 1:21 PM IST
धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरी (Government Jobs) के बावजूद प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत सस्ता राशन (Subsidized Ration) लेने वाले कर्मचारियों पर विभाग ने डंडा चला दिया है. विभागीय जानकारी के अनुसार, जब सरकार ने यह फ़ैसला लिया था, उस वक़्त विभिन्न विभागों और ट्रेजरी से लिस्टें मिली थीं. जिला कांगड़ा (Kangra) के इन्कम टैक्स देने वाले 47 ऐसे लोग पाए गए थे, जो टैक्स देने के साथ साथ बीपीएल (BPL), अंतोदय या पीएचएस का लाभ ले रहे थे. इन लोगों को नोटिस जारी किए गए, जिनमें से 7 लोग ऐसे पाए गए, जिन्होंने कोई लाभ नहीं लिया था, जबकि 40 अन्य लोगों से 6 लाख 54 हजार 537 रुपये की राशि रिकवर की है.
अब तक 146 कर्मचारियों से रिकवरी
जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारी नरेंद्र धीमान ने बताया कि इसके बाद इंस्पेक्टर्स को निर्देश दिए गए थे कि पंचायतों में बीपीएल, अंत्योदय की लिस्टें लेकर उनका अवलोकन कर यह पता लगाया जाए कि और लोग भी ऐसे तो नहीं जो सरकारी नौकरी में हैं और इन्कम टैक्स दे रहे हैं और सस्ते राशन का लाभ भी ले रहे हैं. इस पर जिला में 146 लोग और ऐसे पाए गए जो कि सरकारी नौकरी कर रहे थे और बीपीएल, अंत्योदय, पीएचएच का राशन भी ले रहे थे. इन्हें नोटिस देकर उनसे 9 लाख 92 हजार 325 रुपये की रिकवरी की जा चुकी है. जो भी ऐसे मामले सामने आते जाएंगे, उन्हें नोटिस देकर उनके खिलाफ भी रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी.
अब तक इतने रुपये रिकवर किएफ़िलहाल, 16.50 लाख रुपये के लगभग रिकवरी खाद्य आपूर्ति विभाग ऐसे लोगों से कर चुका है, जो कि सरकारी नौकरी में हैं या इन्कम टैक्स दे रहे हैं और बीपीएल, अंतोदय, पीएचएच का लाभ भी ले रहे थे. बता दें कि बीते कुछ माह पहले ही यह मामला सामने आया था. इसके बाद पूरे प्रदेश में खासा बवाल हुआ था. सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिए थे. अब प्रदेश भर में सस्ता राशन डकारने वालों से रिकवरी की जा रही है.
अब तक 146 कर्मचारियों से रिकवरी
जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारी नरेंद्र धीमान ने बताया कि इसके बाद इंस्पेक्टर्स को निर्देश दिए गए थे कि पंचायतों में बीपीएल, अंत्योदय की लिस्टें लेकर उनका अवलोकन कर यह पता लगाया जाए कि और लोग भी ऐसे तो नहीं जो सरकारी नौकरी में हैं और इन्कम टैक्स दे रहे हैं और सस्ते राशन का लाभ भी ले रहे हैं. इस पर जिला में 146 लोग और ऐसे पाए गए जो कि सरकारी नौकरी कर रहे थे और बीपीएल, अंत्योदय, पीएचएच का राशन भी ले रहे थे. इन्हें नोटिस देकर उनसे 9 लाख 92 हजार 325 रुपये की रिकवरी की जा चुकी है. जो भी ऐसे मामले सामने आते जाएंगे, उन्हें नोटिस देकर उनके खिलाफ भी रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी.
अब तक इतने रुपये रिकवर किएफ़िलहाल, 16.50 लाख रुपये के लगभग रिकवरी खाद्य आपूर्ति विभाग ऐसे लोगों से कर चुका है, जो कि सरकारी नौकरी में हैं या इन्कम टैक्स दे रहे हैं और बीपीएल, अंतोदय, पीएचएच का लाभ भी ले रहे थे. बता दें कि बीते कुछ माह पहले ही यह मामला सामने आया था. इसके बाद पूरे प्रदेश में खासा बवाल हुआ था. सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिए थे. अब प्रदेश भर में सस्ता राशन डकारने वालों से रिकवरी की जा रही है.