अनुबंध नीति (Contract policy) न बनने के विरोध में सोमवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) देहरा के पीस मील कर्मचारियों ने तीसरे दिन गेट मीटिंग के दौरान सरकार और प्रबंधन के प्रति रोष प्रकट कर नारेबाजी की. कर्मचारी संघ (Employees Union) के नेताओं का कहना है कि उन्हें अभी तक सरकार और मैनेजमेंट की तरफ से किसी प्रकार की वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया है. इसके विरोध में ही उन्होंने तीसरे दिन भी गेट मीटिंग की. एचआरटीसी के पीस मील वर्कर प्रदेश सरकार को घेरने की तैयारी में जुट गए हैं. अपने अल्टीमेटम में उन्होंने प्रदेश सरकार से 23 अक्तूबर तक मांगें मानने को कहा है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि अगर मांगें नहीं मानी गई तो 24 से 26 अक्तूबर तक प्रदेशभर के पीस मील कर्मचारी सामूहिक अवकाश (Group holiday) पर चले जाएंगे.
27 अक्तूबर को दीपावली का त्योहार है. इसके मद्देनजर एचआरटीसी अतिरिक्त बसें लगाकर यात्रियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाता है. इस दौरान बसों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी इन पीस मील वर्करों के कंधों पर होती है. अगर सभी कर्मी सामूहिक अवकाश पर चले गए तो स्थिति भयंकर हो जा सकती है.
हिमाचल सरकार द्वारा पिछले दो-तीन साल से पीस मील कर्मचारियों को अनुबंध पर नहीं लिया जा रहा है. वहीं पूर्व सरकार द्वारा पीस मील कर्मचारियों को 5 और 6 साल की नीति के अंतर्गत अनुबंध पर लिया गया है. साथ ही जो कर्मी अनुबंध पर लिए गए उनमें से बहुत सारे लोगों की सेवा नियमित भी हो गई है.
मंत्री गोविंद ठाकुर ने मार्च में हुई बीओडी की बैठक में पीस मील कर्मचारियों के लिए नीति बनाई थी, लेकिन अब तक सर्विस कमेटी की बैठक नहीं हो पाई. ऐसे में अब प्रदेश के 28 डिपो के 1000 पीस मील कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के प्रति धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें पीस मील में संघ के प्रधान पप्पू , लखविंदर, पंकज, अनुज, नरेंद्र, नीरज, अमित, रोहित, अक्षय आदि मौजूद हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 22, 2019, 08:54 IST