Kullu News: पूर्व MLa चन्द्र सेन ठाकुर के परिजनों से मिले CM, राजमाता के निधन पर भी जताया दुख

कुल्लू में सीएम जयराम ठाकुर.
CM Jairam Thakur Kullu Tour: कुल्लू के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रघुनाथपुर स्थित राज महल में पूर्व सांसद महेश्वर सिंह व उनके परिवार को राजमाता के निधन पर सांत्वना दी.
- News18Hindi
- Last Updated: January 22, 2021, 3:09 PM IST
कुल्लू. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शुक्रवार को जिला कुल्लू के दशाल गांव जाकर पूर्व विधायक चन्द्र सेन ठाकुर के निधन पर उनकी धर्मपत्नी हरदेई ठाकुर और अन्य शोक संतप्त परिजनों से अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं. चन्द्र सेन ठाकुर का कुछ समय पूर्व निधन हो गया था. हरदेई ठाकुर ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को चन्द्र सेन ठाकुर द्वारा लिखित पुस्तक भूली बिसरी यादें भेंट की.
मौके पर शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, विधायक सुरेन्द्र शौरी, जिला भाजपा अध्यक्ष भीम सेन, महासचिव अखिलेश कपूर, उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा और पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
पूर्व सांसद महेश्वर सिंह को सांत्वना दी
जिला कुल्लू के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रघुनाथपुर स्थित राज महल में पूर्व सांसद महेश्वर सिंह व उनके परिवार को राजमाता के निधन पर सांत्वना दी. सीएम जयराम ठाकुर ने राज परिवार के सदस्यों के साथ भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राजमाता के निधन से जहां कुल्लू घाटी में शोक है तो वहीं उन से जुड़ा हुआ हर आदमी आज शोक संतप्त है.राजमाता इना देवेश्वरी कुछ समय से बीमार चल रही थी, लेकिन उससे पहले वह लगातार सामाजिक कार्यों से जुड़ी हुई रहती थी, जिसके चलते हजारों लोगों का उन से लगाव था.
मौके पर शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, विधायक सुरेन्द्र शौरी, जिला भाजपा अध्यक्ष भीम सेन, महासचिव अखिलेश कपूर, उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा और पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
पूर्व सांसद महेश्वर सिंह को सांत्वना दी
जिला कुल्लू के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रघुनाथपुर स्थित राज महल में पूर्व सांसद महेश्वर सिंह व उनके परिवार को राजमाता के निधन पर सांत्वना दी. सीएम जयराम ठाकुर ने राज परिवार के सदस्यों के साथ भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राजमाता के निधन से जहां कुल्लू घाटी में शोक है तो वहीं उन से जुड़ा हुआ हर आदमी आज शोक संतप्त है.राजमाता इना देवेश्वरी कुछ समय से बीमार चल रही थी, लेकिन उससे पहले वह लगातार सामाजिक कार्यों से जुड़ी हुई रहती थी, जिसके चलते हजारों लोगों का उन से लगाव था.