साठ प्रतिशत काम होने तक न उजाड़े जाएं कारोबारी

सड़क चौड़ीकरण के कारण दुकानों पर खतरा फोटो- ईटीवी
प्रस्तावित मनाली-नागचला फोरलेन की जद में आने से कुल्लू और मंडी जिला के दर्जनों कस्बे उजड़ रहे हैं. एनएचआई और प्रशासन ने अब इन कस्बों को खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसी के चलते दर्जनों कस्बों में अपनी रोजी-रोटी चला रहे कारोबारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं
- ETV Rajasthan
- Last Updated: December 15, 2017, 3:39 PM IST
प्रस्तावित मनाली-नागचला फोरलेन की जद में आने से कुल्लू और मंडी जिला के दर्जनों कस्बे उजड़ रहे हैं. एनएचआई और प्रशासन ने अब इन कस्बों को खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसी के चलते दर्जनों कस्बों में अपनी रोजी-रोटी चला रहे कारोबारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. फोरलेन की जद में आने वाले कारोबारियों को अब यह चिंता है कि वे अपने परिवार का पालन पोषण कैसें करेंगे.
फोरलेन की जद में आने से औट, पनारसा, टकोली, जिया, तलोगी डोभी समेत कई कस्बे उजड़ रहे हैं. इन कस्बों में अपना कारोबार करने वाले कारोबारियों का कहना है कि वे फोरलेन बनाने के विरोध में नहीं है. लेकिन एनएचएआई और प्रशासन को उनके पुनर्स्थापन और पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए और जब तक फोरलेन का काम 60 प्रतिशत कर पूरा नहीं हो जाता, तब तक उन्हें अपना कारोबार करने की अनुमति प्रदान की जाए.
औट व्यापार मंडल के प्रधान विनोद चावला का कहना है कि फोरलेन की जद में आने से औट बाजार का अस्तित्व पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. औट बाजार के उजड़ने से सैकड़ों कारोबारियों को रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाएगा.
जब तक फोरलेन का काम 60 प्रतिशत पूरा नहीं हो जाता, तब तक औट बाजार के कारोबारियों को न उजाड़ा जाए. कारोबारी राजेंद्र ने भी मांग की है कि फोरलेन का काम 60 प्रतिशत तक पूरा होने तक कारोबारियों को न उजाड़ा जाए.
फोरलेन की जद में आने से औट, पनारसा, टकोली, जिया, तलोगी डोभी समेत कई कस्बे उजड़ रहे हैं. इन कस्बों में अपना कारोबार करने वाले कारोबारियों का कहना है कि वे फोरलेन बनाने के विरोध में नहीं है. लेकिन एनएचएआई और प्रशासन को उनके पुनर्स्थापन और पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए और जब तक फोरलेन का काम 60 प्रतिशत कर पूरा नहीं हो जाता, तब तक उन्हें अपना कारोबार करने की अनुमति प्रदान की जाए.
औट व्यापार मंडल के प्रधान विनोद चावला का कहना है कि फोरलेन की जद में आने से औट बाजार का अस्तित्व पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. औट बाजार के उजड़ने से सैकड़ों कारोबारियों को रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाएगा.
जब तक फोरलेन का काम 60 प्रतिशत पूरा नहीं हो जाता, तब तक औट बाजार के कारोबारियों को न उजाड़ा जाए. कारोबारी राजेंद्र ने भी मांग की है कि फोरलेन का काम 60 प्रतिशत तक पूरा होने तक कारोबारियों को न उजाड़ा जाए.