Beti Bachao-Beti Padhao: मंडी में लिंगानुपात में सुधार, बेटियों की संख्या बढ़ी

हिमाचल प्रदेश का मंडी शहर.
Girl Child in Mandi: वर्ष 2018-19 में एक हजार लड़कों के मुकाबले 920 लड़कियों ने जन्म लिया था. 2019-20 में यह आंकड़ा 922 तक पहुंचा और अब 2020-21 में 927 बेटियां जन्म ले रही हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 24, 2021, 7:43 AM IST
मंडी. हिमाचल प्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के सार्थक परिणाम नजर आ रहे हैं. मंडी (Mandi) जिला में बेटियों की संख्या में इजाफा हुआ है. जो लिंगानुपात तीन वर्ष पहले 920 था, वो अब बढ़कर 927 हो गया है. यह जानकारी डीसी मंडी (DC Mandi) ऋग्वेद ठाकुर ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान दी.
क्या बोले डीसी मंडी
डीसी मंडी ने बताया कि वर्ष 2018-19 में एक हजार लड़कों के मुकाबले 920 लड़कियां जन्म ले रही थी, जबकि 2019-20 में यह आंकड़ा 922 तक पहुंच गया. 2020-21 में यह आंकड़ा अब 927 तक पहुंच गया है और इसमें लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की और अधिकारियों से अभियान में और तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि आज लोगों की सोच में परिवर्तन आया है और बेटियों के जन्म को भी पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से इस अभियान में और तेजी लाए जाए.
पोषण अभियान की समीक्षा
उन्होंने पोषण अभियान की समीक्षा भी की और इसमें आ रही कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर पोषण अभियान को और ज्यादा गति दी जाएगी. एनिमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं और अन्य युवतियों को भी इस अभियान में जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने मातृ वंदना योजना और विभाग के माध्यम से चल रही अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की और उनपर किए जा रहे कार्यों पर संतोष जताया.
क्या बोले डीसी मंडी
डीसी मंडी ने बताया कि वर्ष 2018-19 में एक हजार लड़कों के मुकाबले 920 लड़कियां जन्म ले रही थी, जबकि 2019-20 में यह आंकड़ा 922 तक पहुंच गया. 2020-21 में यह आंकड़ा अब 927 तक पहुंच गया है और इसमें लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की और अधिकारियों से अभियान में और तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि आज लोगों की सोच में परिवर्तन आया है और बेटियों के जन्म को भी पूरे उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से इस अभियान में और तेजी लाए जाए.

मंडी के डीसी जानकारी देते हुए.
उन्होंने पोषण अभियान की समीक्षा भी की और इसमें आ रही कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर पोषण अभियान को और ज्यादा गति दी जाएगी. एनिमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं और अन्य युवतियों को भी इस अभियान में जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने मातृ वंदना योजना और विभाग के माध्यम से चल रही अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की और उनपर किए जा रहे कार्यों पर संतोष जताया.